2013-10-29 10:30:26

वाटिकन सिटीः सन्त पापा फ्राँसिस ने आऊंग सान सूकी का किया स्वागत


वाटिकन सिटी, 29 अक्टूबर सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने सोमवार को वाटिकन में म्यानमार की विपक्षी नेता तथा नोबेल पुरस्कार विजेता आऊंग सान सूकी का स्वागत किया तथा प्रजातंत्रवाद के प्रति उनके समर्पण को समर्थन दिया।
म्यानमार की विपक्षी नेता आऊंग सान सूकी अपने देश में कई वर्षों तक राजनैतिक बन्दी रही थी तथा लगभग 15 वर्ष तक अपने ही घर में नज़रबन्द थीं।
वाटिकन ने सन्त पापा फ्राँसिस एवं श्रीमती सूकी की मुलाकात को एक "महत्वपूर्ण साक्षात्कार"निरूपित कर कहा कि अहिंसा, प्रजातंत्रवाद तथा वर्तमान विश्व में शांतिपूर्ण सहअस्तित्व पर दोनों नेताओं की सोच, मूलभूत रूप से, एक समान है।
सन्त पापा फ्रांसिस से बीस मिनट तक बातचीत के बाद श्रीमती सूकी ने पत्रकारों से कहा, "सन्त पापा ने मुझसे कहा कि घृणा एवं भय जैसे नकारात्मक भाव जीवन एवं व्यक्ति के मूल्य को धुँधला कर देते हैं।" उन्होंने कहा कि सन्त पापा ने उनसे यह भी कहा, "लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिये हमें प्यार एवं समझदारी का मूल्य समझना होगा।"
वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने श्रीमती सूकी को शांति, प्रजातंत्रवाद एवं सहअस्तित्व के क्षेत्र में एशिया की सर्वाधिक महत्वपूर्ण नेता निरूपित किया।
उन्होंने बताया कि सन्त पापा फ्राँसिस ने आऊंग सान सूकी को उनके कार्यों, म्यानमार, देश के काथलिक समुदाय एवं म्यानमार की कलीसिया को अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन दिया। साथ ही म्यानमार में प्रजातंत्रवाद एवं विकास की बहाली हेतु श्रीमती सूकी के समर्पण की सराहना कर कहा है कि काथलिक कलीसिया मानवजाति के उत्थान हेतु उनके सभी कार्यों में सहयोग के लिये तत्पर है।
ग़ौरतलब है कि म्यानमार के साथ वाटिकन के कूटनैतिक सम्बन्ध नहीं हैं। देश की आबादी साढ़े पाँच करोड़ है जिनमें केवल एक प्रतिशत काथलिक धर्मानुयायी हैं।










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