संत पापा बेनेडिक्ट 16वें ने दिया कलीसिया को कीमती उपहार
वाटिकन सिटी, शनिवार, 26 अक्तूबर 2013 (वीआर सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने 26 अक्तूबर
को, किंगस कॉलेज के अग्लिकन डीन रिचर्ड को विख्यात ईश शास्त्र पुरस्कार से सम्मानित किया।
इस अवसर पर उन्होंने ससम्मान सेवा निवृत संत पापा बेनेडिक्ट 16वें को उनकी किताब ‘जीसस
ऑफ नाजरेथ़’ के लिए धन्यवाद एवं बधाईयाँ दीं। उन्होंने कहा, इस किताब को लिखने के
द्वारा "उन्होंने कलीसिया तथा सभी विश्वासियों को एक उपहार दिया है। येसु का ज्ञान जो
एक कीमती संम्पति है, जिसे उन्होंने वर्षों के अथक परिश्रम, अध्ययन एवं प्रार्थना, धार्मिक
विरोध का सामना करते हुए सुगम रुप में हमारे लिए सुलभ कर दिया है।" संत पापा ने कहा
कि इस उपहार को मूर्त रुप देने में उनका कितना परिश्रम रहा है सिर्फ ईश्वर जानते हैं।
हमें ज्ञात है कि इस किताब को पढ़कर कितने विश्वासियों को विश्वास में बढ़ने की प्रेरणा
मिली है, विश्वास में दृढ़ता प्राप्त हुई है एवं कई लोगों ने पहली बार ख्रीस्त को पहचाना
है। संत पापा ने प्रोफेसर रिचार्ड बर्रीज को भी विशेष धन्यवाद एवं बधाईयाँ दी। जिन्हें
वर्ष के रतजिंगर पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है। विदित हो कि रतसिंगर पुरस्कार
जोसेफ रतसिंगर वाटिकन फान्डेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम है जिसे संत पापा बेनेडिक्ट 16वें
ने सन 2010 ई. में स्वीकृति दी है। इस का लक्ष्य है पूर्व प्रोफेसर जोसेफ रतसिंगर के
लेखों का प्रकाशन, वितरण और अध्ययन।