2013-10-23 12:24:37

न्यूयॉर्कः संयुक्त राष्ट्र में वाटिकन के अधिकारी ने बच्चों के अधिकारों की रक्षा का किया आह्वान


न्यूयॉर्क, 23 अक्टूबर सन् 2013 (वी.आर.सेदोक): न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र संघ की 68 वीं आम सभा में सदस्य देशों को सम्बोधित कर संयुक्त राष्ट्र संघ में परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक एवं वाटिकन के प्रतिनिधि महाधर्माध्यक्ष फ्राँसिस चुल्लीकट्ट ने बच्चों के अधिकारों की रक्षा का आह्वान किया।
संयुक्त राष्ट्र संघ की 68 वीं आम सभा के 65 वें विषय पर 17 अक्टूबर को बोलते हुए महाधर्माध्यक्ष चुल्लीकट्ट ने शिशु मृत्यु के सन्दर्भ में कहा कि बच्चों को जीवन, उत्तरजीविता एवं विकास का अधिकार है और इन अधिकारों की रक्षा के लिये विश्व की सरकारों को दृढ़ संकल्प करना चाहिये। उन्होंने कहा कि जीने के अधिकार के बिना सभी अन्य अधिकार अर्थहीन हो जाते हैं इसलिये जीवन की सुरक्षा को प्रोत्साहन देना अनिवार्य है। इसके लिये उन्होंने मातृत्व स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि शिशुओं को जन्म लेने से पूर्व गर्भ में तथा जन्म के बाद भी सुरक्षा एवं विकास का आश्वासन मिल सके।
महाधर्माध्यक्ष ने बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान देने के साथ साथ उनकी शिक्षा पर भी बल दिया ताकि उन्हें विकास का पूरा मौका मिल सके। उन्होंने कहा कि इसका अर्थ है माता पिता एवं अभिभावकों को समर्थन दिया जाये ताकि वे अपनी सन्तान के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर ही ध्यान न दें बल्कि उसके अखण्ड विकास पर ध्यान केन्द्रित करें जिसमें बच्चे का सामाजिक, आध्यात्मिक एवं नैतिक विकास भी शामिल है।








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