लंदन, सोमवार 21 अक्तूबर, 2013 ( उकान) अन्तरराष्ट्रीय ‘कथोलिक चर्च इन चैरिटी एड’ की
एक रिपोर्ट के अनुसार तीस देशों में ईसाइयों के प्रति हिंसायें बढ़ीं हैँ।
इंगलैंड
के हाउस ऑफ़ पार्लियामेंट में जारी किये गये इस रिपोर्ट में 30 देशों की सूची जारी की
गयी है उनमें, अफगनिस्तान, चीन, लाओस, पाकिस्तान, वियेतनाम और जिम्बाब्वे शामिल हैं।
बताया गया है कि इस्लाम बहुत देशों में ईसाइयों की स्थिति पहले से बदतर हुई है।
‘एइड टू द चर्च इन नीड’ के जोन पोन्टिफेक्स ने बतलाया कि ईसाइयों के प्रति हो रहे
आक्रमण रिपोर्टो में के अनुसार ईसाइयों को राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक ताथ धार्मिक हर
तरह से यातनायें झेलनी पड़ रही है और उनका उन देशों में बने रहना असंभव-सा हो गया है।
मध्य पूर्वी राष्ट्रों के ईसाइयों का एक बढ़ा भाग दूसरे देशों में पलायन कर चुका
है। यातनाओं में गिरजाघरों में आग लगा देना, ईसाइयों का धर्मपरिवर्तन कराने का प्रयास,
भीड़ के द्वारा ईसाइयों और उनके घरों पर हमला, ईसाई लड़कियों का अपहरण और बलात्कार, ख्रीस्तीय
विरोधी प्रचार और सरकारी दफ़्तरों तथा स्कूलों में भेदभाव आदि प्रमुख हैं।
साम्यवादी
देशों जैसे उत्तर कोरिया में अबतक धार्मिक क्रियाकलापों की छूट नहीं है और उन देशों जैसे
चीन जहाँ धार्मिक क्रियाकलापों को बर्दाश्त किया जाता है वहाँ ईसाइयों की गतिविधियों
पर बारीकी से निगरानी रखी जाती है विशेष करके ऐसे ईसाइयों पर जिन्होंने अपना नाम पंजीकृत
करा लिया है।