वाटिकन सिटीः मरियम दिवस पर फातिमा की मरियम प्रतिमा रोम में
वाटिकन सिटी, 12 अक्टूबर सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के
प्राँगण में शनिवार, 12 अक्टूबर की सन्ध्या, मरियम दिवस के उपलक्ष्य में, एक भव्य समारोह
का आयोजन किया गया है जिसमें, पुर्तगाल स्थित फ़ातिमा मरियम तीर्थ से लाई गई, मरियम प्रतिमा
को ग्रहण किया जायेगा। काथलिक कलीसिया के शीर्ष महागिरजाघर में, मरियम प्रतिमा के
अभिग्रहण के उपरान्त, पवित्र प्रतिमा को रोम के "दिवीना अमोरे" अर्थात् दिव्य प्रेम मरियम
तीर्थ ले जाया जायेगा। "दिवीना अमोरे" तीर्थ पर शनिवार रात्रि जागरण एवं रोज़री माला
विनती का पाठ किया जायेगा। इस समारोह में विश्व के विभिन्न राष्ट्रों के 10 मरियम तीर्थ,
विडियो एवं सैटालाईट के माध्यम से शामिल होंगे। भारत स्थित वेलांकनी माँ को समर्पित मरियम
तीर्थ भी "दिवीना अमोरे" मरियम तीर्थ से जुड़ा रहेगा। प्रकाशित कार्यक्रम के अनुसार,
शनिवार को रात्रि जागरण के उपरान्त, रविवार, 13 अक्टूबर को फ़ातिमा की मरियम प्रतिमा
पुनः सन्त पेत्रुस महागिरजाघर लाई जायेगी। इस अवसर पर सन्त पापा महागिरजाघर के प्राँगण
में रविवारीय ख्रीस्तयाग अर्पित कर विश्व को माँ मरियम के सिपुर्द करेंगे। विश्वास
वर्ष के समारोहों की श्रँखला में 12 तथा 13 अक्टूबर को रोम में इस मरियम दिवस के समारोहों
का आयोजन किया गया है। ग़ौरतलब है कि रोम लाई जा रही मरियम प्रतिमा, पुर्तगाल स्थित
फ़ातिमा की रानी मरियम तीर्थ की प्रतिमा है जिसके मुकुट में धन्य सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय
को सन् 1981 ई. में लगी गोली भी जड़ी हुई है। पुर्तगाल में अपनी यात्रा के दौरान सन्त
पापा जॉन पौल द्वितीय ने प्राण रक्षा हेतु मरियम को धन्यवाद देने के लिये अपने शरीर
पर लगी गोली अर्पित कर दी थी। सन् 1917 ई. में पुर्तगाल के फ़ातिमा नगर में माँ मरियम
ने तीन चरवाहे बच्चों को दर्शन दिये थे। इसी के स्मर्णार्थ यहाँ मरियम तीर्थ की स्थापना
की गई थी जो आज सम्पूर्ण विश्व के काथलिकों का प्रमुख मरियम तीर्थ बन गया है।