2013-10-08 12:09:08

वाटिकन सिटीः ईश्वर से दूर होने के प्रलोभन से रहें दूर, सन्त पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, 08 अक्टूबर सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने ईश्वर से दूर होने के प्रलोभन के प्रति सचेत किया है।
उन्होंने कहा, "ईश्वर के परित्याग का प्रलोभन हर पल बना रहता है और कभी कभी ईश्वर से दूर रहनेवाला व्यक्ति जिसे हम सम्भवतः पापी कहते हैं ईश्वर की आवाज़ सुन लेता है तथा अपना जीवन ईश्वर के प्रति अर्पित कर देता है जबकि, ख्रीस्तीय होने के बावजूद हम ईश्वर से दूर भागने की कोशिश करते हैं तथा अपना जीवन ख़ुद संचालित करना चाहते हैं।"
वाटिकन स्थित सन्त मर्था आवास के प्रार्थनालय में, सोमवार को, ख्रीस्तयाग के अवसर पर सन्त पापा ने सुसमाचार में निहित भले समारी के दृष्टान्त पर प्रकाश डाला।
सन्त पापा ने कहा, "हम सब ईश्वर से दूर भाग सकते हैं, हालांकि आप ख्रीस्तीय हैं, काथलिक एक्शन समूह के सदस्य हैं, एक काथलिक पुरोहित एवं धर्माध्यक्ष हैं किन्तु इसके बावजूद आप ईश्वर से दूर भाग सकते हैं यदि आप ईश्वर की आवाज़ को अनसुनी कर देते हैं, यदि अपने हृदय में उनके प्रस्ताव को महसूस नहीं करते तथा उनके निमंत्रण को अस्वीकार कर देते हैं।"
सन्त पापा ने कहा, "किसी व्यक्ति को घायल अथवा अधमरा देखकर कोई पुरोहित यदि उसे देखकर चला जाये सिर्फ इसलिये कि उसे ख्रीस्तयाग के लिये देर हो रही है अथवा कोई शास्त्री या धर्माध्यक्ष अधमरे व्यक्ति को देखकर उसकी मदद सिर्फ इसलिये नहीं करता कि कल उसे न्यायाधीश के सामने पेश होकर गवाही देनी पड़ेगी तो वह ईश्वर की आवाज़ को अनसुनी करता तथा ईश्वर से दूर भागता है।"
सन्त पापा ने ख्रीस्तानुयायियों को परामर्श दिया कि वे अपने हृदय के द्वारों को खुला रखें, ईश्वर की आवाज़ सुनें तथा मुश्किलों के बावजूद, ज़रूरतमन्द की सही समय पर मदद करें ठीक वैसे ही जैसे भले समारी ने घायल व्यक्ति पर दया कर उसकी मदद की थी।








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