पेशावरः सोमवार, 7 अक्तूबर, 2013 (बीबीसी) पाकिस्तान में एक पोलियो उन्मूलन अभियान को
निशाना बनाकर किए गए बम विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में एक पुलिसकर्मी
भी शामिल है।
यह विस्फ़ोट पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी शहर पेशावर के बुध भेर इलाके
में एक अस्पताल के पास वैन में हुआ।
पाकिस्तान दुनिया के उन तीन देशों में शामिल
है जहाँ पोलियो अभी भी काफ़ी इलाकों में मौजूद है। इसकी एक वजह पोलियो उन्मूलन अभियान
को लेकर चरमपंथियों का विरोध भी है। इस वजह से लाखों बच्चों को पोलियो की वैक्सीन नहीं
दी जा पा रही है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मृतकों में से एक तालिबान का विरोध
करने वाला स्थानीय शांति समिति का सदस्य था। वह पोलियो उन्मूलन अभियान के दल में शामिल
था।
खबरों के मुताबिक कम से कम 12 लोग घायल हो गए हैं जिनमें कई पुलिसकर्मी हैं।
विदित हो कि पुलिसकर्मी स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा के लिए वैन में साथ-साथ चल रहे
थे।
एक पुलिसकर्मी राशिद ख़ान ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया, "मैं पोलियो
टीम के साथ था. जैसे ही हम अस्पताल के सामने पहुंचे। मुख्य गेट के ठीक सामने धमाका हो
गया।"
समाचार में बताया गया कि विस्फ़ोटक में धमाका रिमोट से किया गया था। पाकिस्तानी
न्यूज़ वेबसाइट डॉन ने पुलिस के हवाले से कहा है कि एक दूसरा, बड़ा बम पहले बम के नज़दीक
ही मिला था और बम निरोधक दस्ते ने उसे निष्क्रिय कर दिया।
ब्रिटेन में पाकिस्तान
के उच्चायुक्त, वाजिद शम्सुल हसन, ने कहा कि ऐसे हमलों का उद्देश्य दुनिया में प्रचार
पाना "और दुनिया के लोगों को पाकिस्तान की सहायता करने आने से डराना है जबकि हमें इसकी
बहुत ज़्यादा ज़रूरत है।"
ज्ञात हो कि इससे पहले 2011 में सीआईए की मदद से चोरी-छिपे
चलाए गए फर्जी हेपेटाइटिट टीकाकरण अभियान के जरिए अलकायदा के नेता ओसामा बिन लादेन का
ठिकाना पता लगाने में मदद मिली थी।
इसके बाद अमरीकी नेवी सील ने विशेष अभियान
के तहत को ओसामा बिन लादेन को मार डाला।
तालिबान स्वास्थ्य कर्मियों पर अमरीकी
जासूस होने का आरोप लगाता है। उसका आरोप है कि पोलियो वैक्सीन बच्चों को नपुंसक बना रही
है।