2013-10-04 12:45:32

वाटिकन कूरिया में प्रशासनिक सुधार और लोकधर्मियों की भूमिका पर विचार-विमर्श


वाटिकन सिटी, शुक्रवार 4 अक्तूबर, 2013 (सीएनए) वाटिकन सिटी में कार्डिनलों की विशेष समिति ने वाटिकन कूरिया में सुधार के लिये कई ठोस कदम उठाने की पहल और लोकधर्मियों की भूमिका को कलीसिया जीवन के केन्द्र में रखने का निर्णय लिया है।
विदित हो कि कलीसियाई प्रशासन में सुधार लाने के लिये संत पापा फ्राँसिस द्वारा मनोनीत 8 सदस्यीय कार्डिनल समिति ने 1 से 3 अक्तूबर पर विचार-विमर्श किया और वृहस्पतिवार 3 अक्तूबर को उनकी पहली महत्वपूर्ण सभा समाप्त हो गयी।
वाटिकन प्रवक्ता फादर फेदेरिको लोमबारदी ने कहा कि कार्डनलों ने वाटिकन कूरिया के प्रशासकीय बदलाव और लोकधर्मियों के सकारात्मक योगदान के अवसरों पर विचार किये गये।
उन्होंने बतलाया कि संत पापा फ्राँसिस ने भी कार्डिनलों की अंतिम बैठक जो वृहस्पतिवार को 4 से 7 बजे संध्या तक चली में हिस्सा लिया।
कार्डिनलों की अनुपस्थिति में भी कार्डिनलों ने कई नये पक्षों के साथ एक नये संविधान की वकालत की है। कार्डिनल चाहते हैं कि वाटिकन कूरिया के द्वारा विश्वव्यापी कलीसिया तथा स्थानीय लोगों की सेवा अपने सहायकों की तरह हो न सत्ता के केन्द्र रूप में।

फादर लोमबारदी ने स्पष्ट किया कि कार्डिनल समिति धन्य जोन पौल द्वितीय के सन् 1998 के संविधान ‘पास्टर बोनस’ में पर हुए नवीनीकरण को इंगित नहीं करेंगे।
वाटिकन प्रवक्ता ने कहा कि लोकधर्मियों की भूमिका को मजबूत करने के लिये वाटिकन में एक परमधर्मपीठीय समिति है पर जिसे और अधिक सक्रिय और मजबूत किया जायेगा।
उन्होंने बतलाया कि कार्डिनलों की सभा में सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट की ज़िम्मेदारियों के बारे में भी चर्चा हुई और कहा गया कि स्टेट शब्द लोगों में भ्रांति न लाये यह सचिवालय संत पापा का सेक्रेटेरियेट है जिसके द्वारा वे सार्वभौमिक कलीसिया का संचालन करते हैं।
मालूम हो कि 15 अक्तूबर को नवनियुक्त सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट महाधर्माध्यक्ष पियेतरो पोरोलिन अपना कार्यभार संभालेंगे।












All the contents on this site are copyrighted ©.