वाटिकन सिटीः येसु ही ख्रीस्त हैं यह ज्ञान हमें पवित्रआत्मा से मिला, सन्त पापा फ्राँसिस
वाटिकन सिटी, 27 सितम्बर सन् 2013 (सेदोक, वी.आर.): "प्रभु येसु ही ख्रीस्त हैं यह ज्ञान
हमें पवित्रआत्मा से मिला।" शुक्रवार को, वाटिकन स्थित सन्त मर्था प्रेरितिक आवास के
प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग के अवसर पर सन्त पापा फ्राँसिस ने यह बात कही। सन्त
पापा ने कहा, "पवित्रआत्मा ने ही प्रेरितवर पेत्रुस का हृदय स्पर्श किया था जिसके कारण
वे बोल उठे थे कि आप ही ख्रीस्त हैं, जीवित ईश्वर के पुत्र।" उन्होंने कहा, "हममें
से प्रत्येक यदि अपनी प्रार्थना में, पवित्र प्रकोश पर ध्यान लगाते हुए कहें कि प्रभु
आप ही ख्रीस्त हैं जीवित ईश्वर के पुत्र तो, निश्चित्त रूप से, ऐसा हम अपने आप ही नहीं
बोलते हैं बल्कि पवित्रआत्मा की प्रेरणा से अभिभूत होकर येसु को ख्रीस्त एवं जीवित ईश्वर
के पुत्र कहते हैं।" सच्चे ख्रीस्तानुयायी का मर्म समझाते हुए सन्त पापा ने कहा
कि जिस प्रकार प्रभु येसु ख्रीस्त ने क्रूस तक अपने आपको दीन हीन बना लिया था उसी प्रकार
दीन बनकर तथा विनम्रता धारण कर व्यक्ति सच्चा ख्रीस्तानुयायी बन सकता है। उन्होंने कहा,
"सच्चे ख्रीस्त की पहचान तिरस्कार और अपमान को हर्ष एवं धैर्य के साथ सहने की क्षमता
में परिलक्षित होती है।" सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि यथार्थ ख्रीस्तीय धर्मानुयायी
वह नहीं है जो अपने आध्यात्मिक कल्याण में सन्तोष करता है बल्कि वह है जो प्रभु येसु
एवं क्रूस के निकट रहता तथा येसु के मार्ग पर चलता है।