मुम्बई, वृहस्पतिवार 26 सितंबर, 2013 (एशियान्यूज़) पुणे के धर्माध्यक्ष थोमस डाबरे ने
कहा है कि उसके धर्मप्राँत के सब पल्लियों में अगले रविवार 29 अक्तूबर को पाकिस्तान के
पेशावर में हुए विस्फोट में मारे गये लोगों के लिये प्रार्थना की जायेगी। उन्होंने
कहा, "देश में कानून व्यवस्था और अल्पसंख्यकों की रक्षा की नैतिक ज़िम्मेदारी और विश्वसनीयता
सरकार की दृढ़ इच्छा शक्ति पर निर्भर करती है।" उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के ऑल
सेन्ट्स चर्च में आतंकवादी हमले की वे कड़ी निन्दा करते हैं। धर्माध्यक्ष थोमस डाबरे
ने कहा धार्मिक स्वतंत्रता मानव का अपरिहार्य अधिकार है और पेशावर में ईसाइयों की हत्या,
अल्पसंख्यक एवं कमजोर ईसाइयों को सुरक्षा देने के पाकिस्तानी अधिकारियों दावे झूठा सिद्ध
करता है। अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देना सरकार की ज़िम्मेदारी है। धर्माध्यक्ष
डाबरे ने कहा कि प्रत्येक पल्लियों में शांति, सद्भावना और सम्मान पाकिस्तान के ख्रीस्तीयों
की सुरक्षा के प्रार्थना की जायेगी। धर्माध्यक्ष ने कहा कि उन्हें पाकिस्तानी ख्रीस्तीयों
पर नाज़ है जिन्होंने विभिन्न चुनौतियों और असुरक्षा के बावजूद अपने विश्वास को सुरक्षित
रखा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के ख्रीस्तीयों ने अपने को राष्ट्र की संस्कृति से
जोड़े कर अपनी पूजन विधि में उर्दु भाषा को प्रयोग किया है। धर्माध्यक्ष ने कहा कि
अन्तरराष्ट्रीय समुदाय ख्रीस्तीयों पर हो रहे दमन और अत्याचार के प्रति मौन नहीं रह सकती।