न्यू यॉर्कः भारत के रॉय तथा पाकिस्तान की मलाला अमरीका के प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिये
मनोनीत
न्यू यॉर्क, 24 सितम्बर सन् 2013 (पीटीआई): भारत के पर्यावरणविद बंकर रॉय तथा पाकिस्तान
की मलाला युसुफजई को इस वर्ष के प्रतिष्ठित क्लिंटन ग्लोबल सिटिजन अवार्ड से सम्मानित
किया जाएगा। पाकिस्तान की मलाला वही किशोरी है जो लड़कियों को शिक्षा के अधिकार दिलवाने
के लिये संघर्ष करती रही हैं तथा जिसके लिये उन्हें तालेबान चरमपंथी दल की हिंसा का भी
शिकार होना पड़ा था। बेयरफुट कॉलेज के संस्थापक बंकर रॉय विगत 40 वर्षों से ग्रामीण
समुदायों की समस्याओं का समाधान ढूँढ़ने में लगे हैं। उनकी पहलों में सर्वोपरि है वर्षा
के पानी को एकत्र कर उसे पीने लायक बनाना। इस पहल के तहत दस लाख लीटर बारिश के पानी को
संरक्षित कर उन्हें पीने के लायक बनाया जाता है और उसे सम्पूर्ण विश्व में 1,300 समुदायों
के 239,000 स्कूली बच्चों के पीने के लिए उपलब्ध कराया जाता है। बेयरफुट कॉलेज एक
समुदाय आधारित संरचना है जो विश्व से निर्धनता को कम करने के उद्देश्य से दूरदराज और
ग्रामीण इलाकों में ऊर्जा और पानी की आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराती है। गार्डियन
अख्बार ने रॉय का नाम उन 50 पर्यावरणविदों में रखा है जो इस ग्रह को बचा सकते हैं। टाइम
पत्रिका ने उन्हें विश्व के 100 सर्वाधिक प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया है।
समुदाय के मॉडल, मैनेजमेंट और आर्थिक रूप से सक्षम घरेलू सौर ऊर्जा प्रणाली का इस्तेमाल
54 से अधिक देशों में किया जा रहा है। इससे 600 से अधिक महिला बेयरफुट सौर इंजीनियरों
को अधिकार संपन्न बनाया गया और भारत, अफ्रीका, लातीनी अमरीका, प्रशांत महासागर क्षेत्र
और एशिया के करीब 1,650 समुदायों के 450,000 लोगों को स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराई गई है।