वाटिकन सिटीः सन्त पापा एवं जॉर्डन सम्राट के अनुसार सिरिया के लिये वार्ता "एकमात्र
विकल्प"
वाटिकन सिटी, 30 अगस्त सन् 2013 (सेदोक): सिरिया में जारी संघर्ष की समाप्ति हेतु वार्ताएँ
एवं समझौता ही "एकमात्र विकल्प" है। वाटिकन में, गुरुवार को, सन्त पापा फ्राँसिस
एवं जॉर्डन के सम्राट अब्दुल्लाह द्वितीय बिन हुसैन के बीच मुलाकात के बाद परमधर्मपीठ
ने एक विज्ञप्ति जारी की। इस अवसर पर जॉर्डन की महारानी रानिया भी उपस्थित थीं। विज्ञप्ति
में कहा गया कि सन्त पापा फ्राँसिस एवं जॉर्डन के सम्राट के बीच मुलाकात, मैत्री एवं
सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में, सम्पन्न हुई जिसके दौरान महत्वपूर्ण अन्तरराष्ट्रीय मुद्दों
और, विशेष रूप से, सिरिया पर विचार किया गया। वाटिकन की विज्ञप्ति में कहा गया कि
सन्त पापा तथा वाटिकन राज्य के सच्चिवालय के वरिष्ठ धर्माधिकारियों से मुलाकात के दौरान
सम्पूर्ण मध्यपूर्व में स्थायित्व, इसराएली-फिलीस्तीनी सम्बन्ध तथा ख्रीस्तीय, इसलाम
एवं यहूदी धर्म के लोगों के लिये पवित्र नगर, जैरूसालेम, की स्थिति बातचीत के मुद्दे
रहे। जॉर्डन के सम्राट द्वारा अन्तरधार्मिक सदभाव को प्रोत्साहन देने हेतु की गई
पहलों की वाटिकन की विज्ञप्ति में भूरि-भूरि प्रशंसा की गई। विज्ञप्ति में कहा गया
कि हालांकि, मुलाकत के दौरान विश्व के विभिन्न विषयों पर बातचीत हुई तथापि, सिरिया की
स्थिति पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया। विज्ञप्ति के अनुसार, "सन्त पापा एवं
जॉर्डन सम्राट ने इस तथ्य की पुनर्पुष्टि की कि वार्ता एवं समझौता, उस हिंसा को समाप्त
करने में सक्षम "एकमात्र विकल्प" है जो प्रतिदिन अनेक व्यक्तियों और, विशेषकर, निर्दोष
एवं निरस्त्र जनता की मृत्यु का कारण बन रही है।"