धर्माध्यक्षों द्वारा संत पापा के दृष्टिकोण को अपनाने का लोकधर्मियों ने किया आग्रह
कलकत्ता, बुधवार, 21 अगस्त 2013 (उकान): एशियाई कलीसिया के सबसे बड़े लोकधर्मी संगठन
‘ऑल इंडिया कैथोलिक यूनियन’ (ए आई सी यू) ने काथलिक कलीसिया के परम धर्मगुरु संत पापा
फ्राँसिस के लोकधर्मियों के प्रति विस्तृत दृष्टिकोण को भारत के कलीसियाई धर्मगुरुओं
द्वारा अपनाये जाने का आग्रह किया है। ‘ऑल इंडिया कैथोलिक यूनियन’ ने 19 अगस्त को,
कलकत्ता में आयोजित कार्यकारिणी समिति एवं आमसभा की दो दिवसीय बैठक में, कलीसिया को पुनः
जागृत करने पर संत पापा फ्राँसिस को बधाईयाँ देते हुए कलीसिया के वित्त और लौकिक मामलों
में लोकधर्मियों की अधिक सहभागिता हेतु अपील की। उन्होंने कहा कि कलीसिया में संत
पापा फ्राँसिस की भूमिका से भारत के लैटिन, सिरो-मलाबार एवं सिरो-मलंकरा तीनों राइटों
के विश्वासी काफी प्रभावित हैं तथा आशा करते हैं कि संत पापा से प्रेरित होकर भारत के
धर्माध्यक्ष कलीसिया की संरचना के कई अंगों में उनकी सहभागिता को प्रोत्साहित करें, ख़ास
कर वित्त, लौकिक मामलों एवं सार्वजनिक जीवन में। ऑल इंडिया कैथोलिक यूनियन ने धर्माध्यक्षों
से माँग की है कि कलीसियाई कानून के प्रावधान पर वित्त एवं अन्य सम्बधित समितियों में
लोकधर्मियों को सहभागी होने का अवसर प्रदान किया जाए। साथ ही साथ, सभी धर्मप्रांतों एवं
पल्लियों में संस्था के सफल संचालन हेतु प्रेरितिक समिति के साथ कैथोलिक संघ का गठन हो।