एक समर्पित नारी कुँवारी मरिया के समान है, संत पापा
कस्तेल गंदोल्फो, शनिवार, 17 अगस्त 2013 (सीएनए): संत पापा फ्राँसिस ने 15 अगस्त को धन्य
कुँवारी मरिया के स्वर्गोदग्रहण महापर्व के अवसर पर, रोम के समीप कास्तेल गंदोल्फो में
पावन ख्रीस्तयाग अर्पित करने से पूर्व ‘निष्कलंक गर्भागमन को समर्पित संत क्लारा की अकिंचन
धर्मबहनों के मठ’ का दौरा किया। उन्होंने कहा, "एक समर्पित नारी कुँवारी मरिया के
समान है। संत कुँवारी मरिया स्वर्ग के द्वार के पीछे खड़ी रहती तथा जब संत पेत्रुस पापियों
के लिए द्वार नहीं खोलते तो वह वहाँ खड़ी रहती एवं कष्ट सहती है, किन्तु रात में जब कोई
नहीं देखता, मरिया स्वर्ग का द्वार खोल देती है।" धर्मबहनों में एक मरिया असुन्ता
ने कहा, "संत पापा ने हमें अपनी बुलाहट को गहराई से जीने तथा धर्मबहन की विशिष्टता: सादगी
एवं गरीब जीवन जीने पर विश्वस्त रहने का आह्वान किया है। विदित हो कि अकिंचन संत क्लारा
को समर्पित धर्मसंघ की स्थापना, असीसी के संत फ्राँसिस एवं संत क्लारा द्वारा सन् 1212
ई. में महिलाओं के लिए की गई थी।