वाटिकन सिटीः ब्राज़ील के राष्ट्रीय परिवार सप्ताह के लिये सन्त पापा फ्राँसिस ने भेजा
सन्देश
वाटिकन सिटी, 13 अगस्त सन् 2013 (सेदोक): जीवन ईश प्रदत्त वरदान है इस तथ्य को स्वीकार
करते हुए माता पिता का कर्त्तव्य है कि वे बच्चों को जीवन की सुरक्षा पर आलोक प्रदान
करें। ब्राज़ील के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के तत्वाधान में, रविवार को देश
में "राष्ट्रीय परिवार सप्ताह" आरम्भ हुआ जिसके उपलक्ष्य में सन्त पापा फ्राँसिस ने एक
विशिष्ट सन्देश प्रेषित कर जीवन की सुरक्षा का आह्वान किया है। इस वर्ष परिवार सप्ताह
का विषय हैः "परिवार के अन्तर्गत ख्रीस्तीय विश्वास का प्रसार एवं शिक्षा"। अपने
सन्देश में सन्त पापा फ्राँसिस ने अभिभावकों एवं माता पिताओं को प्रोत्साहन दिया है कि
वे परिवार में बच्चों को उचित मार्गदर्शन देकर उनके भविष्य को सुरक्षित रखें तथा ईश्वर
के प्रथम सहयोगी होने के अपने नेक एवं अभियाचनीय मिशन को पूरा करें। अपने विश्व पत्र
लूमेन फीदेई को उद्धृत कर सन्त पापा फ्राँसिस ने लिखाः "यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है कि
माता पिता, अपने-अपने परिवारों के अन्तर्गत विश्वास की साझा अभिव्यक्ति को प्रोत्साहन
दें जो शनैः शनैः बच्चों को अपने विश्वास में परिपक्व होने में मदद दे सकती है।" उन्होंने
लिखा, "इसके अतिरिक्त, माता पिता से मांग की जाती है कि वे वचन एवं कर्म द्वारा बच्चों
में जीवन एवं मानवीय प्रेम विषयक मूलभूत सत्य का प्रसार करें जो ईश प्रकाशना द्वारा नया
आलोक प्राप्त करता है।" सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा, "जीवन का अवमूल्यन करनेवाली
संस्कृति के बीच माता पिता का आह्वान किया जाता है कि वे अपने बच्चों को, गर्भ के आरम्भिक
क्षण से लेकर, जीवन का सम्मान करना सिखायें क्योंकि जीवन ईश प्रदत्त वरदान तथा मानव जाति
के भविष्य का आश्वासन है।" इस सन्देश में सन्त पापा ने वयोवृद्धों के सम्मान, विशेष
रूप से नाना नानी के आदर का परामर्श दिया और कहा कि परिवार के वयोवृद्ध समुदाय की "जीवन्त
स्मृति" हैं जो हम तक प्रज्ञा का प्रसार करते हैं।