नागासाकीः प्रभु ईश्वर मानवजाति एवं उसकी असंख्य समस्याओं पर दया करे, कार्डिनल टर्कसन
की प्रार्थना
नागासाकी, 08 अगस्त, सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन के वरिष्ठ धर्माधिकारी कार्डिनल पीटर टर्कसन
ने, गुरुवार 08 अगस्त को, नागासाकी के ग्राऊन्ड ज़ीरो पार्क में प्रार्थना की कि करुणावान
ईश्वर असंख्य समस्याओं से घिरी मानवजाति पर दया करें। हिरोशिमा तथा नागासाकी पर
संयुक्त राज्य अमरीका द्वारा परमाणु हमलों की 68 वीं बरसी के लिये, सन्त पापा फ्राँसिस
के विशेष दूत, न्याय एवं शांति सम्बन्धी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर
टर्कसन, नौ अगस्त तक जापान की यात्रा पर हैं। सन् 1945 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका
द्वारा हिरोशिमा एवं नागासाकी पर किये गये परमाणु हमले की स्मृति में जापान की काथलिक
कलीसिया ने "टेन डेज़ फॉर पीस" कार्यक्रम का आयोजन किया है। इसी कार्यक्रम के अन्तर्गत
गुरुवार को नागासाकी के ग्राऊन्ड ज़ीरो पार्क में विभिन्न धर्मों के नेताओं ने प्रार्थनाएं
अर्पित कीं। अपनी प्रार्थना में कार्डिनल टर्कसन ने प्रभु ईश्वर से दया की याचना
की ताकि प्रभु, मानवजाति की अनगिनत समस्याओं पर दयादृष्टि रखें। इन समस्याओं में उन्होंने
युद्ध, भुखमरी, शरणार्थी होने के लिये बाध्य, प्राकृतिक प्रकोपों के शिकार, क्रूर एवं
अनावश्यक संघर्षों और साथ ही "वैश्वीकृत उदासीनता" से पीड़ित लाखों करोड़ों लोगों को
याद किया। उन्होंने आर्त याचना की कि सभी लोग एवं सभी राष्ट्र ईशसत्य एवं ईशप्रेम
के प्रकाश से आलोकित होकर बिना भय के शांतिपूर्ण वातावरण में जीवन यापन कर सकें ताकि
ईश्वर की सृष्टि में अब और कहीं भी हिंसा, उत्पीड़न एवं आँसुओं का अस्तित्व न रहे। शांति
की रानी माँ मरियम से उन्होंने विनती की ताकि सभी लोग अपने हृदयों को पाप से दूर रख,
स्वतंत्र भाव से, विश्व को शांति- निर्माण का एक परिश्रमी कार्यस्थल बनाने के लिये तैयार
होवें।