वाटिकन सिटीः आर्थिक संकट के बीच सन्त पापा ने स्वीकार किये दो स्लोवेनियाई महाधर्माध्यक्षों
के त्यागपत्र
वाटिकन सिटी, 02 अगस्त सन् 2013 (सेदोक): स्लोवेनिया के मारीबोर महाधर्मप्रान्त से संयुक्त
दो वित्तीय कम्पनियों के नाकाम हो जाने के उपरान्त यहाँ के दो महाधर्माध्यक्षों द्वारा
प्रस्तुत त्यागपत्रों को सन्त पापा फ्राँसिस ने स्वीकार कर लिया है। 31 जुलाई को
वाटिकन प्रेस ने प्रकाशित किया कि लुबलियाना के महाधर्माध्यक्ष अन्तोन स्त्रेस तथा मारीबोर
के महाधर्माध्यक्ष मारयान तुर्णशेक द्वारा प्रस्तुत त्याग पत्रों को सन्त पापा फ्राँसिस
ने कलीसियाई विधान की धारा 401 के अनुच्छेद 02 के अनुसार स्वीकार कर लिया है। स्लोवेनिया
में कार्यरत परमधर्मपीठीय राजदूत ने स्पष्ट किया कि "मारीबोर महाधर्मप्रान्त में उत्पन्न
गम्भीर आर्थिक एवं वित्तीय परिस्थिति के कारण पदत्याग का निर्णय लिया गया तथा यह आशा
की जा रही है ये पदत्याग स्लोवेनिया की कलीसिया के नवीनीकरण में मददगार सिद्ध होंगे।"
वाटिकन प्रेस की विज्ञप्ति के अनुसार उक्त दोनों महाधर्मप्रान्तों के सुचारु संचालन
हेतु सन्त पापा फ्राँसिस ने धर्माध्यक्ष आन्द्रेज़ गालान को लुबलियाना का तथा धर्माध्यक्ष
स्तानिसलाव लिपोवशेक को मारीबोर का धर्माध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। स्लोवेनिया
के मारीबोर महाधर्मप्रान्त के वित्तीय संकट की ख़बर सबसे पहले सन् 2011 में इटली के एस्प्रेस्सो
समाचार पत्र ने देकर बताया था कि महाधर्मप्रान्त से संयुक्त दो वित्तीय कम्पनियों ने
ग़लत निवेश के कारण महाधर्मप्रान्त पर एक अरब यूरो का कर्ज़ा बैठा दिया था। स्लोवेनियाई
समाचारों में प्रकाशित ख़बरों के अनुसार अब यह कर्ज़ा 1.7 अरब यूरो तक चढ़ गया है।
पदत्यागने वाले दोनों महाधर्माध्यक्षों ने 01 अगस्त को एक पत्रकार सम्मेलन में कहा
कि हालांकि वे दोनों, निवेश में प्रत्यक्ष रूप से संलग्न नहीं थे तथापि अपनी ज़िम्मेदारी
लेते हुए वे अपना पद त्याग रहे थे।