वाटिकन सिटीः ब्राज़ील से अपनी वापसी यात्रा के दौरान सन्त पापा फ्राँसिस ने पत्रकारों
को विभिन्न विषयों पर किया सम्बोधित
वाटिकन सिटी, 30 जुलाई सन् 2013 (सेदोक): ब्राज़ील से रोम वापसी यात्रा के दौरान, रविवार
28 जुलाई को, सन्त पापा फ्राँसिस ने हवाई जहाज़ पर पत्रकारों के कई सवालों का जवाब दिया।
लगभग डेढ़ घण्टों तक जारी पत्रकार सम्मेलन में सन्त पापा ने विश्व व्यापी काथलिक कलीसिया,
ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीयों के साथ सम्बन्ध तथा वाटिकन प्रशासन सम्बन्धी कई महत्वपूर्ण विषयों
पर प्रकाश डाला। धन्य सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय एवं सन्त पापा जॉन 23 वें की सन्त
घोषणा के बारे में पूछने पर सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि शीत ऋतु की वजह से पोलैण्ड
के तीर्थयात्रियों को रोम आने में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा इसलिये सन्त घोषणा
समारोह आठ दिसम्बर को नहीं हो सकेगा जैसा कि कुछेक अख़बारों ने सुझाया था। वाटिकन
बैंक एवं वाटिकन राज्य के प्रशासन में उठे तनावों के विषय में सन्त पापा ने कहा कि वे
पारदर्शिता एवं ईमानदारी पर बल देते हैं। समलैंगिक प्रवृत्ति पर सन्त पापा ने कहा
कि विगत दिनों समाचारों में वाटिकन में गे लॉबी की कई अटकलें लगाई गई किन्तु मैंने ऐसा
कुछ नहीं देखा है। काथलिक कलीसिया की धर्मशिक्षा का हवाला देकर उन्होंने कहा कि समलिंगकाम
के प्रति अभिमुखता पाप नहीं है किन्तु समलैंगिक कृत्य पाप है। सन्त पापा ने कहा कि
प्रायः व्यक्ति की कमज़ोरियों का लाभ उठाकर उसका राजनैतिक दुरुपयोग किया जाता है यह सरासर
ग़लत है। उन्होंने कहा, "किसी का न्याय करनेवाले हम कौन होते हैं?" महिलाओं के पुरोहिताभिषेक
पर सन्त पापा ने कहा कि काथलिक कलीसिया में यह भूमिका केवल पुरुषों की होती है। उन्होंने
कहा महिलाएँ माँ, पत्नी, शिक्षिका तथा प्रशासिका बनकर समाज में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाती
हैं जिन्हें अधिकाधिक प्रोत्साहन दिये जाने की आवश्यकता है। अपनी आगामी यात्राओं
के बारे में सन्त पापा ने कहा कि वे जैरूसालेम एवं प्राधिधर्माध्यक्ष बारथोलोम प्रथम
की भेंट करना चाहेंगे जिन्होंने उन्हें आमंत्रित किया है। साथ ही इसराएल एवं फिलीस्तीन
की यात्रा का मनोरथ भी रखते हैं। एशिया की यात्रा के बारे में उन्होंने कहा कि यह
अभी एक अपरिपक्व विचार है जो समय के साथ परिपक्व हो सकता है, सम्भवतः फिलिपिन्स या श्री
लंका की यात्रा से।