रियो दे जानेरोः भौतिकतावाद के बहिष्कार एवं पारम्परिक मूल्यों के आलिंगन का सन्त पापा
फ्रांसिस ने किया आह्वान
रियो दे जानेरो, 25 जुलाई सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने, युवाओं से अपील की
कि वे धन एवं भोगविलास के सांसारिक माया जाल में न फँसें बल्कि पारम्परिक मूल्यों का
आलिंगन कर बेहतर विश्व के निर्माण में योगदान प्रदान करें। 22 से 29 जुलाई तक आयोजित
28 वें विश्व युवा दिवस के समारोहों का नेतृत्व करने काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु,
इस समय, विश्व के सर्वाधिक रोमन काथलिक आबादी वाले, ब्राज़ील की प्रेरितिक यात्रा पर
हैं। यात्रा के तीसरे दिन सन्त पापा फ्राँसिस ने रियो दे जानेरो से लगभग 260 किलो मीटर
दूर स्थित आपारेसिदा के मरियम तीर्थ पर ख्रीस्तयाग अर्पित किया। सन् 1717 ई. में स्थापित
आपारेसिदा का मरियम तीर्थ सम्पूर्ण लातीनी अमरीका का विख्यात तीर्थस्थल है। बुधवार को
प्रतिकूल मौसम के बावजूद वर्षा और ठण्ड की परवाह किये बिना लाखों श्रद्धालु आपारेसिदा
की सड़कों पर तथा ख्रीस्तयाग स्थल पर सन्त पापा फ्राँसिस की एक झलक पाने तथा उनका सन्देश
सुनने हेतु उपस्थित हुए। मरियम महागिरजाघर में ख्रीस्तयाग अर्पण से पूर्व सन्त पापा
कुछ क्षण मौन प्रार्थना करते रहे जिसके बाद उन्होंने श्याम वर्ण की मरियम प्रतिमा की
एक प्रति अपने हाथों में ली जो आपारेसिदा को लोगों द्वारा भेंट स्वरूप उन्हें अर्पित
की गई थी। सन्त पापा फ्राँसिस ने अपनी परमाध्यक्षीय प्रेरिताई को माँ मरियम के सिपुर्द
किया है तथा मरियम भक्ति को वे अत्यधिक महत्वपूर्ण मानते हैं। मरियम तीर्थ पर ख्रीस्तयाग
प्रवचन में सन्त पापा फ्राँसिस ने भक्त समुदाय से अनुरोध किया कि वे अपने पूर्वजों के
सदृश, ईश्वर में अपने विश्वास को सुदृढ़ करें तथा आशा का कभी परित्याग न करें, अपने हृदयों
में आशा की लौ को कभी बुझने ना दें।