मुम्बईः तमिल नाड में एक महिला को बपतिस्मा देने के लिये पेन्तेकॉस्टल पादरी को जेल
मुम्बई, 22 जुलाई सन् 2013 (एशियान्यूज़): तमिल नाड के ट्रिची में एक महिला को बपतिस्मा
प्रदान करने के लिये पेन्टेकॉस्टल ख्रीस्तीय सम्प्रदाय के पादरी आर. रुबेन को दो दिन
जेल में बिताना पड़े। राष्ट्रीय स्वयं सेवक हिन्दु चरमपंथी दल ने पादरी रुबेन पर बलात
धर्मान्तरण का आरोप लगाकर स्थानीय पुलिस में उनकी शिकायत कर दी थी। 18 जुलाई को एक
महिला ने ख्रीस्तीय धर्म के आलिंगन की इच्छा जताकर बपतिस्मा संस्कार का निवेदन किया था।
आर.एस.एस. हिन्दु चरमपंथियों ने आरोप लगाया कि पादरी रुबेन बलात धर्मान्तरण कर कावेरी
नदी को दूषित कर रहे थे। ग्लोबल काऊन्सल को इन्डियन क्रिस्टियन्स के अध्यक्ष साजन
के. जॉर्ज के अनुसार, ट्रिची की घटना इस बात का एक और प्रमाण है कि "हिन्दु चरमपंथियों
द्वारा तमिल नाड में जारी धार्मिक असहिष्णुता कानूनी बन जाती है, विशेष रूप से, जब यह
ख्रीस्तीय अल्पसंख्यकों के विरुद्ध होती है।"