2013-07-20 12:07:39

वाटिकन सिटीः सन्त पापा ने परमधर्मपीठ की आर्थिक-प्रशासनिक संरचना के सुधार हेतु स्थापित किया आयोग


वाटिकन सिटी, 20 जुलाई सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने, परमधर्मपीठ की आर्थिक-प्रशासनिक संरचना के सुधार हेतु, 18 जुलाई को एक संलेख प्रकाशित कर आठ सदस्यों वाले एक अन्तरराष्ट्रीय आयोग की स्थापना कर दी है।
वाटिकन राज्य के सच्चिवालय द्वारा जारी संलेख के अनुसार, "परमधर्मपीठीय संस्थाओं में आर्थिक एवं प्रशासनिक सुधार हेतु स्थापित नया आयोग, कार्डिनलों की विशिष्ट परिषद के साथ सहयोग कर सूचना एकत्र करेगा तथा इसकी जानकारी सन्त पापा को देगा ताकि मौजूदा निकायों में व्याप्त संगठनात्मक जटिलताओं को दूर कर कामकाजी प्रक्रियाओं को सरल किया जा सके तथा वाटिकन प्रशासन की आर्थिक गतिविधियों को सावधनीपूर्वक सुनियोजित किया जा सके।"
संलेख में कहा गया, "नया आयोग सुधार हेतु तकनीकी समर्थन एवं परामर्श प्रदान करेगा जिससे आर्थिक संसाधनों के अपव्यय को रोका जा सकेगा, माल ख़रीदी एवं अन्य सेवाओं में पारदर्शिता लाई जा सकेगी तथा विवेक एवं सूझबूझ के साथ चल और अचल सम्पत्ति की ख़रीदी एवं विक्रय पर निर्णय लिया जा सकेगा।"
बताया गया कि आयोग कार्डिनलों के परिषद के साथ मिलकर परमधर्मपीठीय कार्यालयों पर प्रकाशित संविधान "पास्तोर बेनुस" में सुधार हेतु भी सहयोग प्रदान करेगा।
आयोग के आठ सदस्यों में, अपने-अपने क्षेत्रों में सिद्धहस्त एक पुरोहित तथा सात लोकधर्मी काथलिक हैं। ये हैं: वटिकन राज्य के सच्चिवालय में सेवारत मान्यवर लूच्च्यो बाल्दा, माल्टा के डॉ. जोसफ ज़ाहरा, फ्राँस के जॉन बेपटिस्ट दे फ्राँसु तथा जाँ सेवेस्त्रे, स्पेन के एनरिक लानो, जर्मनी के योखेन मेस्सेमेर, इटली की फ्राँचेस्का चाओक्वपी तथा सिंगापोर के जॉर्ज येओ।








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