पणजीः बोधगया धमाकों के बाद प्राचीन गोआ के कलीसियाई अधिकारियों से सतर्क रहने का आह्वान
पणजी, 09 जुलाई, सन् 2013 (ऊका समाचार): बोधगया विस्फोटों की पृष्ठभूमि में, भारतीय पुरातत्व
सर्वेक्षण (एएसआई) के गोवा विभाग ने अपने कर्मचारियों को सतर्क कर कलीसिया के अधिकारियों
से आग्रह किया है कि प्राचीन गोआ की विभिन्न विरासती स्मारकों के आसपास पर्यटकों की गतिविधियों
पर वे नजर रखें। ओल्ड गोवा नाम से विख्यात प्राचीन गोआ काथलिक तथा अन्य धर्मों के
लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक तीर्थ स्थल है और साथ ही पुरातात्विक और ऐतिहासिक स्थल
रूप में यह प्रतिदिन हज़ारों पर्यटकों एवं तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। भारतीय
पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई), कुछेक गिरजाघरों एवं धर्मसंघी मठों सहित अन्य पुरातात्विक
एवं ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण और रखरखाव के लिये ज़िम्मेदार है। इनमें विशेष हैं:
गोआ के बोम येसुज़ महागिरजाघर तथा से महागिरजाघर जहाँ आज भी ख्रीस्तयाग एवं अन्य धर्मविधिक
समारोह नियमित रूप से आयोजित किये जाते हैं। गोआ में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के
पुरातत्वविद एवं अधीक्षक रमेश एस. मूलीमनी ने कहा, " कलीसियाई अधिकारियों को हर पर्यटक
एवं तीर्थयात्री के आवागमन एवं गतिविधियों पर नज़र रखनी चाहिये।" भारतीय पुरातत्व
सर्वेक्षण (एएसआई) ने कलीसियाई अधिकारियों को इस सिलसिले में पत्र लिखा है तथा पुलिस
के आला अधिकारियों से मुलाकात कर विश्व की धरोहर कहे जानेवाले स्मारकों के परिसर में
सुरक्षा कड़ी करने का अनुरोध किया है।