नई दिल्ली, शनिवार , 6 जुलाई, 2013 (कैथन्यूज़) ओडिशा के कंधमाल में सन् 2008 में हुए
ईसाई विऱोधी हिंसा के दौरान मानव अधिकार के लिये कार्य करने के लिये कटक-भुवनेश्वर के
काथलिक पुरोहित अजय सिंह को’ नैशनल माइनियरिटी राइट्स अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
दिल्ली में अल्पसंख्यक अधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित एक समारोह में संसद के निचले
सदन के पूर्व स्पीकर सोमनाथ बनर्जी ने मानवता और सामाजिक अधिकारों के लिये कार्य करने
वाले फादर अजय को पुरस्कार स्वरूप 2 लाख रुपये का चेक और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
अल्पसंख्यक अधिकार के लिये गठित राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष वज़ाहत फबिबुल्लाह ने
‘उकान’ को बतलाया कि कंधमाल एक राष्ट्रीय विपदा थी। उस क्षेत्र में जन-जीवन को सामान्य
बनाने के प्रयास जारी हैं पर इतने सालों के गुज़र जाने के बाद भी पुनर्स्थापन क्रिया
पूरी नहीं हो पायी है। फादर अजय ने ही वहाँ मुख्य रूप से कार्य किया था। एक काथलिक
नेता जोन दयाल ने कहा कि ईसाई विरोधी हिंसा के पाँच वर्ष पूरे होने के बाद काथलिक पुरोहित
को पुरस्कृत करना इस बात का संकेत है कि पीड़ितों को न्याय मिलेगा और सरकार इसके लिये
वचनबद्ध बनी रहेगी। मालूम हो कि सन् 2008 के अगस्त माह में हुए ईसाई-विरोधी हिंसा
में करीब 100 लोगों की जानें गयी थीं और कही 50 हज़ार लोग महीनों तक विस्थापित हो गये
थे।