काहिराः काथलिक कलीसिया के प्रवक्ता ने कहा, मिस्र में नहीं हुआ तख्तापलट
काहिरा, 05 जुलाई सन् 2013 (एशियान्यूज़): मिस्र की काथलिक कलीसिया के प्रवक्ता फादर
रफ़ीक ग्राईखे के अनुसार मिस्र में आये राजनैतिक परिवर्तन को तख्तापलट का नाम नहीं दिया
जा सकता। मिस्र में हुई घटनाओं पर एशियान्यूज़ से बातचीत में फादर ग्राईखे ने
कहा कि सेना ने युवा नागरिकों के शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन को समर्थन दिया है जबकि तख्तापलट
में सेना किसी एक व्यक्ति की नियुक्ति कर सत्तारूढ़ सरकार को हटा देती है। अपदस्थ
राष्ट्रपति मोरसी तथा मुसलिम ब्रदरहुड द्वारा समर्थित सरकार के विरुद्ध हाल की क्रान्ति
को मिस्र की काथलिक एवं कॉप्टिक ऑरथोडोक्स कलीसिया द्वारा समर्थन दिये जाने का कारण बताते
हुए उन्होंने कहा कि कलीसियाओं ने राष्ट्र में परिवर्तन का पक्ष लिया है। फादर ग्राईखे
ने कहा, "मिस्र की सेना ग़ैर-राजनैतिक है जो संघर्षरत दलों के बीच वार्ताओं को सम्भव
बना रही है। नये अन्तरिम राष्ट्रपति एवं मिस्र की सर्वोच्च संवैधानिक अदालत के न्यायमूर्ति
आदली मनसौर ने आश्वासन दिया है कि उनकी अस्थायी सरकार मिस्र की समस्त राजनैतिक पार्टियों
एवं मिस्र समाज की गठबन्धित सरकार होगी। इस बीच, अपदस्थ राष्ट्रपति मोरसी के विरोधियों
को मार डालने का षड़यंत्र रचने के आरोप में मुसलिम बद्ररहुड के नेता एवं सैकड़ों अनुयायियों
को गिरफ्तार कर लिया गया है। रूढ़िवादी इस्लामी संगठनों का विरोध करनेवालों के विरुद्ध
जेहाद के ऐलान के बाद काहिरा में कई लोगों की हत्या हो गई है, एक पुलिस अधिकारी गम्भीर
रूप से घायल हो गया है तथा उत्तरी मिस्र के मिन्या में एक काथलिक गिरजाघर पर भी हमला
किया गया है। फादर ग्राईखे ने बताया कि विभिन्न दलों के बीच दंगों की आशंका के बाद
नये राष्ट्रपति मनसौर, अल अज़हर के इमाम तथा कॉप्टिक कलीसिया के प्राधिधर्माध्यक्ष तावाद्रोस
द्वितीय ने शांति बनाये रखने की अपील की है।