2013-07-02 12:00:13

नई दिल्लीः दलित ख्रीस्तीयों ने कहाः कोटा नहीं, वोट नहीं


नई दिल्ली, 02 जुलाई सन् 2013 (ऊका समाचर): भारत के दलित ख्रीस्तीयों ने कहा है कि आगामी सासंदीय चुनाव में वे सत्तारूढ़ काँग्रेस सहित किसी भी ऐसी राजनैतिक पार्टी को मत नहीं देंगे जिसने दलित ख्रीस्तीयों को कोटा दिलवाने में समर्थन नहीं दिया है।
सन् 2014 में होनेवाले आम चुनावों की पृष्ठभूमि में, अपनी स्थिति को स्पष्ट करने के उद्देश्य से, भारत के विभिन्न राज्यों के दलित ख्रीस्तीय नेता सोमवार को नई दिल्ली में एकत्र हुए।
एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ख्रीस्तीय नेताओं ने कहा, "दलित ख्रीस्तीय नेताओं ने, दलितों की समस्या पर गम्भीरता से विचार न करनेवाली सरकार तथा कोई भी राजनैतिक पार्टी को, वोट न देने का निर्णय लिया है। वे समस्त ख्रीस्तीय सम्प्रदायों एवं कलीसियाओं के नेताओं से भी उनका साथ देने का आग्रह करते हैं।"
दलित ख्रीस्तीय नेता सत्तारूढ़ काँग्रेस के नेतृत्ववाली यूपीए सरकार के उपेक्षाभाव से निराश हैं।
भारतीय संविधान शैक्षणिक संस्थानों एवं सरकारी नौकरियों में दलितों एवं अनुसूचित जातियों के लोगों को सुविधाएँ प्रदान करने की गारंटी देता है किन्तु ख्रीस्तीय एवं मुसलमान दलितों को ये सुविधाएँ नहीं दी जाती हैं। यह दलील दी गई है कि ख्रीस्तीय एवं इस्लाम धर्म जातिवाद को नहीं मानते।








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