उत्तराखण्डः बाढ़ में 5,000 के मरने की आशंका, राहत पहुँचाने कलीसियाई एजेन्सियाँ बढ़ी
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उत्तराखण्ड, 24 जून सन् 2013(ऊका समाचार): उत्तराखण्ड में विगत सप्ताह की भीषण बाढ़ एवं
भूस्खलन में लगभग 5000 व्यक्तियों के मरने का आशंका है तथा लगभग 15,000 लोग अभी भी रास्तों
में फँसें हैं। बाढ़ पीड़ितों एवं भूस्खलन के कारण रास्तों में फँसें लोगों को राहत
सहायता पहुँचाने के लिये विश्व व्यापी काथलिक उदारता संगठन कारितास की भारतीय शाखा "कारितास
इन्डिया" ने भी अपनी विशेष टीम उत्तराखण्ड प्रेषित कर दी है ताकि ज़रुरतमन्दों तक प्राथमिक
राहत सामग्री पहुँचाई जा सके। "कारितास इन्डिया" के प्रवक्ता अमृत संगमा ने बताया
कि इस समय जब सरकार का ध्यान प्रमुख रूप से तीर्थयात्रियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों
से निकालने पर केन्द्रित है "कारितास इन्डिया" के तहत काम करनेवाली काथलिक लोकोपकारी
संस्थाओं की भूमिका इन क्षेत्रों के निवासियों को राहत पहुँचाने की होगी।" प्राप्त
समाचारों के अनुसार मौसम की ख़राबी राहत कार्यों में अड़चनें उत्पन्न कर रही है। चमोली
में रविवार रात से बारिश हो रही है। केदारनाथ, गौरीकुंड, हरिसल में भी मौसम खराब है।
कई जगहों पर भूस्खलन से बड़ी मेहनत से दोबारा बनाए गए रास्ते बह गए हैं। जोशीमठ के पास
भी सड़क बह जाने की खबर है। मौसम विभाग ने 28 जून तक लगातार बारिश की आशंका जताई है।
बद्रीनाथ और केदारघाटी में अभी भी 15 हजार लोग फंसे हुए हैं।