2013-06-22 12:32:42

वाटिकन सिटीः पौल षष्टम ने कठिन समय में विश्वास का साक्ष्य दिया, सन्त पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, 22 जून सन् 2013 (सेदोक): इटली के ब्रेशिया धर्मप्रान्त से, प्रभु सेवक सन्त पापा पौल षष्टम् की परमाध्यक्षीय नियुक्ति की 50 वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में, रोम आये लगभग 5000 तीर्थयात्रियों ने, शनिवार को वाटिकन में, सन्त पापा फ्राँसिस के दर्शन कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर सन्त पापा ने कहा कि सन्त पापा पौल षष्टम ने कठिन वर्षों में प्रभु येसु ख्रीस्त में अपने विश्वास का साक्ष्य प्रदान किया। 30 जून सन् 1963 ई. को किये सन्त पापा पौल षष्टम के प्रवचन को उद्धृत कर, सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि आज भी उनकी यह प्रार्थना गुँजायमान होती है, "प्रभु येसु ख्रीस्त हमें आपकी सख्त ज़रूरत है।"
सन्त पापा ने कहा कि पहले से कहीं अधिक, "आज के मनुष्य को प्रभु ख्रीस्त की ज़रूरत है इसलिये कि धर्म के प्रति उदासीन विश्व में प्रभु ख्रीस्त हमें पिता ईश्वर का ज्ञान कराते, हमारे समक्ष पिता ईश्वर के मुखमण्डल को प्रकाशित करते हैं।"
सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि द्वितीय वाटिकन महासभा के बाद के वर्ष, कलीसिया के लिये, प्रकाश और आशा के साथ-साथ तनावों से पूर्ण कठिन वर्ष सिद्ध हुए क्योंकि सब लोग नवीनता और परिवर्तन के लिये तैयार नहीं थे किन्तु सन्त पापा पौल षष्टम् ने, इस कठिन दौर में भी, ख्रीस्त एवं उनकी कलीसिया से प्रेम किया जिसकी अभिव्यक्ति उनके प्रथम विश्व पत्र "एकलेज़ियाम सुआम" से ही शुरु हो गई थी।








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