याँगोन: बर्मा के धर्माध्यक्षों ने जातिगत झगड़ों को समाप्त करने का किया आह्वान
याँगोन, 22 जून सन् 2013 (एशियान्यूज़): म्यानमार के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने
सरकार एवं जनता को एक मुक्त पत्र लिखकर देश व्याप्त जातिगत झगड़ों की समाप्ति का आह्वान
किया है। धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष जॉन साने हिगी के पत्र में कहा गया कि
वर्षों तक अश्रु बहाने के बाद प्रजातंत्रवाद को मिली जगह, राजनैतिक क़ैदियों की रिहाई
तथा मीडिया पर लगी पाबन्दियों को हटाये जाने से आशा मज़बूत हुई है। धर्माध्यक्षों
ने लिखा कि काथलिक कलीसिया की धर्मशिक्षा तथा सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय, सन्त पापा बेनेडिक्ट
16 वें एवं सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा जारी धर्मशिक्षा के अनुकूल, काथलिक कलीसिया शारीरिक
एवं मनोवैज्ञानिक रूप से पीड़ित लोगों की सेवा के प्रति समर्पित रहेगी। धर्माध्यक्षों
ने इस बात पर चिन्ता व्यक्त की देश में और, विशेष रूप से, काछिन राज्य में जातिगत झगड़ों
को समाप्त करने हेतु स्पष्ट राजनैतिक संकल्प व्यक्त नहीं किया गया है। हाल में राखिन,
लाश्यो तथा मैखतिला में बौद्ध एवं ख्रीस्तीयों के बीच हुए साम्प्रदायिक झगड़ों की पृष्टभूमि
में, धर्माध्यक्षों ने सरकार का आह्वान किया कि वह तनावों को दूर करे तथा सभी नागरिकों
की सुरक्षा तथा उनके अधिकारों के सम्मान का आश्वसन प्रदान करे।