वाटिकन सिटीः "हे पिता हमारे" का अर्थ अन्यों को भाई बहन मानना, सन्त पापा फ्राँसिस
वाटिकन सिटी, 21 जून सन् 2013 (सेदोक): "हे पिता हमारे" प्रार्थना का अर्थ समझाते हुए
सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि इसका अर्थ है ईश्वर को पिता स्वीकार करना और साथ ही यह
भी स्वीकार करना कि सब लोग आपस में भाई बहन हैं। वाटिकन स्थित सन्त मर्था आवास के
प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा, "हमारे
एक पिता हैं जो हमारे बहुत क़रीब हैं, जो हमारा आलिंगन करते हैं।" सन्त मत्ती रचित
सुसमाचार में निहित प्रभु येसु द्वारा शिष्यों को सिखाई गई "हे पिता हमारे" प्रार्थना
पर श्रद्धालुओं को आलोकित कर सन्त पापा ने कहा कि यह प्रार्थना उन ईश्वर की स्वीकृति
से शुरु होती है जो प्रत्येक मनुष्य की सृष्टि करते, प्रत्येक से प्रेम करते तथा जानते
हैं कि प्रत्येक की क्या आवश्यकताएँ हैं। सन्त पापा ने कहा कि सर्वशक्तिमान ईश्वर
से प्रार्थना या ब्रहमाण्ड के ईश्वर से प्रार्थना आदि शब्दावली से एहसास होता है कि ईश्वर
कोई दूर की चीज़ है किन्तु "पिता" एक शक्तिशाली शब्द है जो जो हमें हमारे सृष्टिकर्त्ता
ईश्वर के समीप ले जाता है तथा सब मनुष्यों में भाई बहन के दर्शन कराता है। सन्त
पापा ने कहा कि यदि कोई ईश्वर को पिता कहकर सम्बोधित करता है और अन्यों को ईश सन्तान
नहीं मानता, उनके प्रति शत्रुता का भाव रखता, उनसे घृणा करता या उन्हें क्षमा नहीं करता
तो वह भी पिता ईश्वर की क्षमा पाने के योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि ईश्वर को पिता
स्वीकार करने का अर्थ है सब मनुष्यों को भी ईश सन्तान तथा भाई बहन स्वीकार करना।