वाटिकन सिटीः एफएओ के 38 वें सम्मेलन के प्रतिनिधियों को सन्त पापा का सम्बोधन
वाटिकन सिटी, 20 जून सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन में गुरुवार को, रोम स्थित विश्व खाद्य
एवं कृषि संगठन, एफएओ, के महानिदेशक होज़े ग्रात्सियानो दा सिल्वा, एफएओ के 38 वें सम्मेलन
के अध्यक्ष आसेफ राहिमी तथा इस सम्मेलन में भाग ले रहे विभिन्न राष्ट्रों के प्रतिनिधियों
ने सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना। इस अवसर पर सन्त पापा
ने करोड़ों लोगों के दैनिक आहार की प्राथमिक आवश्यकता पूर्ति करने तथा विश्व में उन्हें
प्रतिष्ठापूर्ण स्थान दिलवाने हेतु कार्यरत एफएओ के 38 वें सम्मेलन के प्रतिभागियों के
प्रति आभार व्यक्त किया। अपने सम्बोधन में सन्त पापा ने कहा, "हम सब जानते
हैं कि वर्तमान विश्व कठिन परिस्थितियों से गुज़र रहा है और इसका कारण केवल आर्थिक मन्दी
नहीं है अपितु सुरक्षा, विभिन्न क्षेत्रों में जारी युद्ध, जलवायु परिवर्तन तथा जैव विविधता
के संरक्षण से सम्बन्धित समस्याएँ भी हैं।" सन्त पापा ने कहा, "ये सभी स्थितियाँ,
एफएओ से, कृषि क्षेत्र से जुड़ी अनेक समस्याओं के प्रति नवीकृत समर्पण की मांग करती हैं।
साथ ही, गाँवों में जीवन यापन करने वालों के प्रति नई योजनाओं एवं पहलों को आरम्भ करने
की चुनौती, संगठन के समक्ष, प्रस्तुत करती है।" सन्त पापा ने इस बात की ओर ध्यान
आकर्षित कराया कि विश्व में जितना खाद्य उत्पादित किया जाता है वह पृथ्वी के लोगों के
भरण पोषण के लिये पर्याप्त है किन्तु इसके बावजूद लाखों लोग भूखे मर रहे हैं इसलिये उन
मार्गों की खोज आवश्यक है जो पृथ्वी की उपज का लाभ सब लोगों तक पहुँचायें। उन्होंने
कहा कि धनी वर्ग एवं निर्धन वर्ग के बीच बनी खाई को पाटना ही पर्याप्त नहीं है अपितु
न्याय एवं प्रत्येक व्यक्ति की मर्यादा का सम्मान किया जाना अनिवार्य है।