जालंधर एवं एलुरु धर्मप्रांतों में धर्माध्यक्षों की नियुक्ति
नई दिल्ली, 14 जून 2013 (उकान): संत पापा फ्राँसिस ने वृहस्पतिवार 13 जून को, भारत के
दो काथलिक धर्मप्रांतों जलंधर एवं एलुरु के लिए धर्माध्यक्षों की नियुक्ति की।
नियुक्ति की घोषणा रोम तथा उक्त धर्म प्रांतों में गुरुवार अपराह्न को की गई। दिल्ली
के सहायक धर्माध्यक्ष फ्रांको मुलाक्काल को पंजाब के जालंधर का तथा धर्माध्यक्ष जया राव
पोलिमेरा को आंध्रप्रदेश के एलुरु धर्मप्रांत का धर्माध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
धर्माध्यक्ष पोलिमेरा का जन्म 27 अगस्त सन् 1965 ई. को तथा पुरोहिताभिषेक 2 अप्रैल
सन् 1992 ई. को आंध्रप्रदेश के वारांगल धर्मप्रांत में हुआ था।
49 वर्षीय धर्माध्यक्ष
मुलाक्कल का जन्म, 25 मार्च सन् 1964 ई. को तथा पुरोहिताभिषेक सन् 1990 ई. में हुआ था।
धर्माध्यक्ष मुलाक्कल ने कहा, "मेरे लिए यह एक घर वापसी है क्योंकि मेरा पुरोहिताभिषेक
जालंधर धर्मप्रांत के लिए हुआ था तथा चार वर्षो पूर्व दिल्ली के सहायक धर्माध्यक्ष रुप
में नियुक्ति हुई थी।" उन्होंने पंजाब स्थित गुरु नानक विश्व विद्यालय से अंग्रेजी
साहित्य तथा समाज शास्त्र में दो स्नातकीय डिगरियाँ हासिल की तथा रोम से नैतिक धर्मशास्त्र
में पी. एच. डी की उपाधि ली है। धर्माध्यक्ष मुलाक्कल ने कहा, "मैं वहाँ की संस्कृति,
जनता, संस्थाओं तथा स्थानीय सरकार से चिर परिचित हूँ एवं वहाँ कार्य करने में अपनापन
का अनुभव करता हूँ। दिल्ली के महाधर्माध्यक्ष अनिल कूटो ने धर्माध्यक्ष मुलाक्काल
को उनकी धर्माध्यक्ष नियुक्ति पर बधाईयाँ दीं और कहा, "दिल्ली महाधर्मप्रांत को चार वर्षों
तक महत्वपूर्ण सेवा प्रदान करने के पश्चात् वे एक धर्मप्रांत के संचालन के लिए अति योग्य
व्यक्ति हैं अतः जालंधर धर्मप्रांत के चरवाहे रुप में उनकी नियुक्ति सर्वोत्तम है। मैं
उन्हें शुभकामनाएँ अर्पित करता हूँ।
विदित हो कि नियुक्तियाँ धर्मप्रातों के
रिक्त होने के मद्देनज़र की गई हैं। जालंधर धर्मप्रांत उस समय से रिक्त था जब महाधर्माध्यक्ष
अनिल कूटो दिल्ली महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष नियुक्त हुए थे।