वाटिकन सिटीः सन्त पापा ने किया बाल मज़दूरी को समाप्त करने का आह्वान
वाटिकन सिटी, 13 जून सन् 2013 (सेदोक): बाल मज़दूरी को वर्तमान विश्व का अभिशाप निरूपित
कर सन्त पापा फ्राँसिस ने बच्चों के विरुद्ध शोषण को समाप्त करने की अपील की है। बुधवार
को, वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में आम दर्शन समारोह के लिये उपस्थित
लगभग 60,000 श्रद्धालुओं के समक्ष सन्त पापा ने बच्चों की सुरक्षा का आह्वान किया। 12
जून को मनाये गये "बाल मज़दूरी के विरुद्ध विश्व दिवस" के अवसर पर, सन्त पापा ने कहा,
"मेरी हार्दिक अभिलाषा एवं आशा है कि अन्तरराष्ट्रीय समुदाय बाल मज़दूरी के अभिशाप को
मिटाने हेतु और अधिक प्रभावात्मक उपाय करेगा।" उन्होंने कहा, "यह एक खेदजनक तथ्य है
जो, विशेष रूप से, निर्धन राष्ट्रों में नित्य बढ़ता जा रहा है।" 12 जून को अन्तरराष्ट्रीय
श्रम संगठन द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया कि विश्व में 14 वर्ष की आयु से कमउम्र
के लगभग 21 करोड़ बच्चे मज़दूरी करते हैं। इनमें एक करोड़ पाँच लाख बच्चे घरेलु नौकर
हैं जो निरन्तर दुर्व्यवहार एवं शोषण के शिकार बनाये जा रहे हैं। सन्त पापा फ्राँसिस
ने कहा, "उन लोगों को धिक्कार जो बच्चों से उनका आनन्दपूर्ण उत्साह एवं आशा छीन लेते
हैं।" उन्होंने कहा, "शान्तिपूर्ण बाल्यकाल बच्चों में जीवन एवं भविष्य के प्रति
विश्वास जगाता है।" उन्होंने कहा, "समस्त बच्चों को, स्नेही एवं सुखी वातावरण में, अपने
अपने परिवारों में खेलने, शिक्षा पाने, प्रार्थना करने तथा विकसित होने के अवसर मिलने
चाहिये, यह उनका अधिकार एवं हमारा कर्त्तव्य है।"