2013-06-05 12:22:45

नई दिल्लीः खाद्य पदार्थों के अपव्यय को रोकना विश्व पर्यावरण दिवस का उद्देश्य


नई दिल्ली, 05 जून सन् 2013 (पीटीआई): 05 जून को सम्पूर्ण विश्व में, संयुक्त राष्ट्र संघ के पर्यावरण कार्यक्रम यूनेप द्वारा घोषित विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। सन् 1972 ई. में स्थापित, इस दिवस का उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा, जैव विविधता का संरक्षण और साथ ही गर्म होते वैश्विक तापमान एवं जलवायु परिवर्तन जैसे नकारात्मक तत्वों के प्रति चेतना जाग्रत करना है।
विश्व पर्यावरण दिवस 2013 का शीर्षक रखा गया हैः "सोचिये, खाइये एवं बचाइये।" खाद्य पदार्थों की बरबादी को कम करने हेतु आरम्भ विश्वव्यापी अभियान के तहत लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि भोजन के प्रति गम्भीर होवें।
संयुक्त राष्ट्र संघीय कृषि एवं खाद्य संगठन एफएओ द्वारा प्रकाशित आँकड़ों का हवाला देकर इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया गया है कि विश्व में प्रतिवर्ष, कम से कम, एक अरब तीस करोड़ टन खाना बरबाद हो जाता है। कहा गया कि खाद्य उत्पादन, खाद्य वितरण एवं विक्रय तथा खाद्य के उपभोग तक बहुत अधिक खाद्य पदार्थ बरबाद हो जाते हैँ।
विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में यूनेप के कार्यकारी निर्देशक आखिम स्टाईनर ने कहा, "सात अरब जनता वाले विश्व में इतने अधिक खाद्य पदार्थों के नष्ट होने का कोई मतलब नहीं है – आर्थिक रूप से, पर्यवरणीय दृष्टि से तथा नैतिकता की दृष्टि से भी।"
पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में लोगों से आग्रह किया गया है कि अपने भोजन का चयन करने से पहले भी विचार करें कि कहीं उनका चयन पर्यावरण को हानि तो नहीं पहुँचा रहा उदाहरणार्थ फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक, पित्सा एवं बर्गर आदि के चयन में काग़ज एवं प्लास्टिक का उपयोग होता है जो पर्यावरण को क्षति पहुँचाता है।








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