केरलः धर्माध्यक्षों ने कहा, कलीसिया दबावों के आगे नहीं झुकेगी
केरल, 28 मई सन् 2013 (ऊका समाचार): केरल की काथलिक धर्माध्यक्षीय समिति ने कहा कि है
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काथलिक कलीसिया किसी भी प्रकार के दबाव के आगे नहीं
झुकेगी। केरल धर्माध्यक्षीय समिति के अध्यक्ष त्रिस्सुर के महाधर्माध्यक्ष मार एन्ड्रूस
ताज़हथ ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि केरल राज्य के विकास मानक को, विशेष रूप
से इन क्षेत्रों में, विश्वव्यापी स्तर पर सराहा गया है। महाधर्माध्यक्ष ने कहा,
"केरल का विकास मानक राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेष रूप से, शिक्षा एवं
स्वास्थ्य क्षेत्रों में किये गये विकस के कारण सराहा जाता है जिसमें काथलिक कलीसिया
तथा उसकी संस्थाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।" त्रिस्सुर में केरल काथलिक युवा
अभियान के 40 वें वर्षगाँठ समारोह पर बोलते हुए उन्होंने सत्तारूढ़ यूनाईटेड डेमोक्रेटिक
फ्रंट के राजनितिज्ञों के बीच आपसी झगड़ों की निन्दा की और कहा कि इस प्रकार झगड़े अच्छे
प्रशासन में बाधा उत्पन्न करते हैं। उन्होंने कहा कि, "इन क्षेत्रों में कलीसिया किसी
भी प्रकार के दबाव के आगे नहीं झुकेगी।" कुछेक राजनीतिज्ञों द्वारा कलीसियाई शैक्षिक
संस्थाओं पर शिक्षा को एक व्यवसाय बनाने का आरोप लगाये जाने के प्रत्युत्तर में महाधर्माध्यक्ष
ने कहा कि आरोप निराधार हैं तथा कलीसिया ने किसी भी प्रकार अपनी संस्थाओं का व्यापारीकरण
नहीं किया है। महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि सभी कार्यों पर साम्प्रदायिक रंग चढ़ाना
सरासर ग़लत है।