वाटिकन सिटीः सन्त पापा ने की उदारता के मिशनरियों द्वारा संचालित आश्रम की भेंट
वाटिकन सिटी, 22 मई सन् 2013 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने मंगलवार को वाटिकन स्थित
उदारता के मिशनरी धर्मसंघ द्वारा संचालित आश्रम "काज़ा दोनो दी मरिया" की भेंट की। इस
आश्रम की स्थापना सन् 1988 में धन्य सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय तथा धन्य मदर तेरेसा द्वारा
की गई थी जहाँ कठिन परिस्थितियों में पड़ी युवतियों को शरण दी जाती तथा ज़रूरतमन्दों
को दिन का आहार दिया जाता है। मदर तेरेसा द्वारा स्थापित उक्त धर्मसंघ की धर्मबहनों
तथा वहाँ उपस्थित निर्धन एवं परित्यक्त व्यक्तियों के दल को सम्बोधित कर सन्त पापा ने
आश्रम के नाम "काज़ा दोनो दी मरिया" पर चिन्तन किया। उन्होंने कहा कि काज़ा का अर्थ
है घर और घर प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का निर्णायक स्थल है। उन्होंने कहा कि जब किसी
आश्रम अथवा स्थल को हम घर का नाम देते हैं तब "हमारा इरादा उस घर में आतिथेय प्रदान करना
होता है। ऐसा घर जहाँ व्यक्ति अपनापन महसूस करे।" उन्होंने कहा, "यदि घर शब्द की
गहराई तक पहुँचा जाये तो "घर" पारिवारिक भाव का स्वाद चखाता है, वह परिवार में विद्यमान
स्नेह एवं प्रेम का आभास दिलाता है और इस तरह साक्षात्कार एवं एक साथ मिलकर रहनेवाले
विविध आयु एवं संस्कृति के व्यक्तियों के बीच सम्बन्धों को प्रकाशित कर "घर" अनमोल मानवीय
समृद्धि का प्रतिनिधित्व करता है।" विगत 25 वर्षों से वाटिकन स्थित "काज़ा दोनो दी
मरिया" के माध्यम से निर्धनों एवं ज़रूरतमन्दों की प्रतिदिन मदद करनेवाली धर्मबहनों के
अनुपम कार्यों की सन्त पापा फ्राँसिस ने भूरि भूरि प्रशंसा की और कहा कि अपने सेवाकार्यों
द्वारा उदारता के मिशनरी धर्मसंघ की धर्मबहनें ख्रीस्त के प्रेम का साक्ष्य दे रही हैं।