2013-05-17 11:35:53

वाटिकन सिटीः मानव तस्करी मानव प्रतिष्ठा के विरुद्ध अपराध, महाधर्माध्यक्ष चुल्लीकट्ट


न्यू यॉर्क, 17 मई सन् 2013 (सेदोक): न्यू यॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ में परमधर्मपीठ के स्थायी पर्येवेक्षक महाधर्माध्यक्ष फ्राँसिस चुल्लीकट्ट ने कहा कि मानव तस्करी मानव प्रतिष्ठा के विरुद्ध घोर अपराध है।
सन् 2010 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा, मानव व्यक्तियों की तस्करी के विरुद्ध अपनाये गये "ग्लोबल प्लान ऑफ एक्शन" की उन्होंने सराहना की। तथापि, कहा कि इस प्रकार की राजनैतिक वचनबद्धताओं को ठोस कार्यों द्वारा समर्थन दिया जाना चाहिये ताकि इस बात का आश्वासन मिल सके कि सामयिक दासता से लोग मुक्त किये जायें तथा उनके पुनर्निर्माण में मदद दी जाये।
महाधर्माध्यक्ष ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि वर्तमान युग में लोग अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिये अधिकाधिक आप्रवास कर रहे हैं इसलिये यह नितान्त आवश्यक है कि इस प्रक्रिया में उनका शोषण न हो तथा उन्हें मानव तस्करों के अपराध जाल से बचाया जाये।
महाधर्माध्यक्ष चुल्लीकट्ट ने स्मरण दिलाया कि मानव तस्करी आज के विश्व में सर्वाधिक तेज़ी से बढ़ता व्यापार है जिसे रोकने के लिये उपयुक्त कदम उठाये जाने की आवश्यकता है। मानव तस्करी को एक लज्जास्पद अपराध निरूपित कर उन्होंने कहा कि यह मानव के मूलभूत अधिकारों का घोर अतिक्रमण है।








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