स्वर्ग की रानी प्रार्थना के पूर्व संत पापा का संदेश
वाटिकन सिटी, सोमवार 12 मई 2103 (सेदोक): संत पापा फ्राँसिस ने रोम स्थित संत पेत्रुस
महागिरजाघर के प्राँगण में, रविवार 12 मई को स्वर्ग की रानी प्रार्थना के पूर्व उपस्थित
भक्त समुदाय से कहा: अति प्रिय भाईयो एवं बहनों,
नये संतों को श्रद्धांजलि
अर्पित करने के लिए उपस्थित आप सब का मैं अभिवादन करता हूँ विशेषकर, ईटली, कोलोम्बिया
तथा मेक्सीको के प्रतिनिधिमंडल को। ओट्रंटो के शहीद ईटली के विश्वासियों को भविष्य के
प्रति आशावान बने रहने में मदद करते हैं। संत पापा ने स्पैनिश भाषा में कहा, कि
माता लौरा मोनतोया कलीसिया में नये मिशनरियों और सुसमाचार की घोषणा करने वालों के मध्यस्थ
है अतः उनके उदाहरणों से प्रेरित कोलोम्बियावासी शांति और कल्याण के कार्य में लगे
रहें।
संत पापा ने गरीबों, बीमारों और उपस्थित विश्वासियों और उनकी मध्यस्थता
में विश्वास करने वालों को संत ग्वादालुपे गारचिया सावाला हाथों सौंप दिया कि वे सारे
हिंसा एवं असुरक्षा को खत्म कर दें। संत पापा ने शनिवार को रोम में ‘पीड़ितों के
स्वंयसेवी केंद्र’ एवं ‘सैलेंट वॉकर्स ऑफ दा क्रोस’ के संस्थापक फादर लुइजी नोवारेसे
की धन्य घोषणा पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, "मैं उनके धन्यवाद ज्ञापन में सहभागी हूँ
जिन्होंने बीमारों की सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है तथा कलीसिया के सक्रिय सदस्य
बनने में उनका सहयोग किया है।" संत पापा ने ‘मार्च ऑफ लाईफ’ में भाग लेने वालों का अभिवादन
कर मानव जीवन की प्रतिष्ठा बनाये रखने का आग्रह किया।
उसके बाद सभी पारिशों
से आये विभिन्न दलों, परिवारों, स्कूलों और उपस्थित युवाओं का अभिवादन किया तथा कुवाँरी
मरियम जो सभी ख्रीस्तीय संतों की माता तथा आदर्श हैं उनके ममतामय स्नेह की छाँव में आने
का आग्रह किया। इतना कहने के बाद संत पापा फाँसिस ने स्वर्ग की रानी का पाठ किया
तथा शुभ रविवार की कामना करते हुए भक्त समुदय से विदा लिया।