वाटिकन सिटी 10 मई सन् 2013 सन्त सोलान्ज का जन्म फ्राँस में बोर्जेस नगर के एक निकटवर्ती
गाँव में हुआ था। उनके माता पिता कृषि करते थे तथा वे अपने घर की भेड़ों को चराने ले
जाया करती थीं। पोईटियर्स के एक राजसी पुरुष की दृष्टि सोलान्ज पर पड़ी जिसके सौन्दर्य
के प्रति वह आकर्षित हुआ। सोलान्ज को अपने साथ रखने के लिये उसने उसका अपहरण कर लिया
किन्तु जब सोलान्ज उसके घोड़े से कूद पड़ी तथा भाग निकलने की चेष्टा करने लगी तब उस आततायी
ने उसपर तलवार से वार किया तथा उसका तब तक पीछा किया जब तक वह मर न गई। सोलान्ज की हत्या
के बाद उनकी मध्यस्थता से कई चमत्कार हुए और फ्राँस के कई प्रान्तों में उनकी भक्ति शुरु
हो गई, विशेष रूप से, बेर्री प्रान्त में। सोलान्ज को बेर्री प्रान्त की संरक्षिका भी
घोषित किया गया है। वे चरवाहों एवं बलात्कार की शिकार महिलाओं की संरक्षिका हैं। फ्राँस
की सन्त सोलान्ज का पर्व 10 मई को मनाया जाता है।
चिन्तनः अपने हृदय को
शुद्ध रखने के लिये हम सन्त सोलान्ज से मध्यस्थता की याचना करें ताकि पाप के प्रलोभन
में न पड़ें।