अर्जेन्टीना को उसकी संरक्षिका ‘आवर लेडी ऑफ़ लूजान’ की माता मरिया को समर्पित
वाटिकन सिटी, वृहस्पतिवार 9 मई, 2013 (सीएन) संत पापा फ्राँसिस ने 8 मई बुधवार को आमदर्शन
के समय अर्जेन्टीना को, उसकी संरक्षिका ‘आवर लेडी ऑफ़ लूजान’ की माता मरिया की प्रतिमा
के समक्ष सफ़ेद फूलों एक गुलदस्ता चढ़ाकर समर्पित कर दिया।
उन्होंने संत पेत्रुस
महागिरजाघर के प्राँगण में बुधवारीय आमदर्शन समारोह के लिये एकत्रित हज़ारों भक्तों एवं
तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए कहा, "आज हम लूज़ान की कुँवारी मरिया, अर्जेन्टीना
की स्वर्गीय संरक्षिका का त्योहार मनाते हैं।मैं अर्जेन्टीना की पावन धरती के तमाम लोगों
को अपना हार्दिक स्नेह प्रकट करता और शुभकामनायें देते हुए उनके हर्ष और विषाद को माता
मरिया को सौंप देता हूँ।"
मालूम हो ‘आवर लेडी ऑफ़ लूज़ान’ माता मरिया के
निष्कलंक गर्भागमन की मूर्ति है जिसकी उँचाई 14 इंच है और इसकी भक्ति अर्जेन्टीना में
सन् 1630 ईस्वी से जारी है।
बताया जाता है कि सन् 1630 ईस्वी में पोर्तगीज़ रैंच
मालिक इस प्रतिमा को लेना चाहता था पर वुएनोस आइरेस से 42 किलोमीटर दूर लूजान नदी के
उस पर जा नहीं सका। जब प्रतिमा को उतार दिया गया तब गाड़ी आग बढ़ी। और तब से माता मरिया
की प्रतिमा को भक्ति आरंभ हो गयी और इसकी मध्यस्थता से प्रार्थना करने से कई चमत्कार
भी हुए।
संत पापा लेओ अष्टम ने माता मरिया की प्रतिमा को सन् 1686 में एक मुकुट
पहनाया और संत पापा पीयुस ग्यारहवें ने सन् 1930 ईस्वी में लूजान की माता मरिया को अर्जेन्टीना,
उरुग्वे और पराग्वे की संरक्षिका घोषित किया।
लूजान की मरिया की प्रतिमा को लूजान
बसिलिका में रखा गया है