वाटिकन सिटीः स्विज़ गार्ड्स सेवा धैर्य की मांग करती है, सन्त पापा फ्राँसिस
वाटिकन सिटी, 07 मई सन् 2013 (सेदोक): वाटिकन में सोमवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने परमधर्मपीठ
एवं वाटिकन की सुरक्षा सेवा हेतु तैनात स्विज़ गार्ड्स सेना के सदस्यों से मुलाकात कर
उन्हें अपना सन्देश दिया। प्रतिवर्ष 06 मई को स्विज़ गार्ड्स सेना सन् 1527 में रोम
पर हुए आक्रमण में मारे गये 147 स्विज़ सैनिकों के स्मरणार्थ स्विज़ सेना दिवस मनाती
है। ये सैनिक तत्कालीन सन्त पापा क्लेमेन्त सातवें की सुरक्षा करते मारे गये थे। इसी
वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में स्विज़ सेना के सदस्यों ने सोमवार को सन्त पापा का साक्षात्कार
कर उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। स्विज़ सेना के सदस्यों को सम्बोधित कर सन्त पापा ने
कहा, "वह विश्वास जो आपको ईश्वर ने आपके बपतिस्मा के दिन प्रदान किया वह आपके लिये एक
अनमोल कोष है। आपका मिशन काथलिक कलीसिया एवं उसके परमाध्यक्ष का रक्षा करना है और इस
कार्य में आप यह कदापि न भूलें कि प्रभु ईश्वर आपके साथ साथ चल रहे हैं।" सन् 1400
ई. से काथलिक कलीसिया के शीर्ष की सुरक्षा में संलग्न स्विज़ सैनिकों के समर्पण एवं सराहनीय
सेवा की सन्त पापा ने भूरि भूरि प्रशंसा की तथा कहा कि स्विज़ सेना की सेवा मात्र औपचारिक
अथवा आनुष्ठानिक सेवा नहीं है अपितु यह धैर्य के साथ सम्पन्न मान्य सेवा है जिसकी काथलिक
कलीसिया को ज़रूरत है। सम्पूर्ण कलीसिया की ओर से सन्त पापा ने स्विज़ सैनिकों के प्रति
आभार व्यक्त किया तथा उनके एवं उनके परिवारों हेतु सुख समृद्धि की हार्दिक मंगलकामनाएं
अर्पित कीं।