वाटिकन सिटी, शनिवार 4 मई, 2013(सीएनए) संत पापा फ्राँसिस ने 3 मई, शुक्रवार को सिसली
की धर्मी महिला रानी मरिया क्रिस्टीना की मध्यस्थता से हुए चमत्कार को अनुमोदित कर दिया
है जिससे उनके संत बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
20वी सदी की सिसली के सावोय
की रानी मरिया क्रिस्टीना ने फर्दीनन्द द्वितीय से विवाह किया था। रानी मरिया लजालु स्वाभाव
की थी पर उन्होंने ग़रीबों और उनके लिये कार्य किया जिन्हें मौत की सजा प्राप्त थी। उनकी
मृत्यु 1836 ईस्वी में हुई।
संत पापा ने 3 मई को ही एक और इताली धर्मी महिला मरिया
बोलोन्येसि की मध्यस्थता से हुए चमत्कार को भी अनुमोदित कर दिया है। मरिया बोलोन्येसि
को लोग ‘साइलेन्ट वूमन ऑफ़ चैरिटी’ या ‘सहायता करनेवाली मौन महिला’ रूप में याद करते
हैं।
बताया जाता है कि उन्हें कई दिव्य दर्शन प्राप्त हुए थे। उन्होंने भी बीमारों
की देख-रेख और ग़रीबों की सेवा में अपना जीवन बिताया।
संत पापा फ्राँसिस ने ‘मिशनरीस
ऑफ द सेक्रेड हार्ट्स ऑफ जीज़स एंड मेरी’ के संस्थापक एक स्पानी पुरोहित जोवाकिम रोसेल्लो
फेर्रा और पोलैंड निवासी ‘कारमेलाइट सिस्टर्स ऑफ द इनफन्ट ज़ीजस’ की संस्थापिका जनिना
केइरोचिन्सका के उत्कृष्ट गुणों को भी मान्यता दी। अब उन्हें ‘वेनेरेबल’ या ‘वन्दनीय’
कह कर पुकारा जा सकेगा।
मालूम हो कि विश्वास वर्ष के अवसर पर विश्व के कई देशों
विशेषकरके इटली, स्पेन, फ्राँस और इंगलैंड के लोकधर्मी 4 मई को अपनी विश्वास तीर्थयात्रा
के लिये रोम पहुँच रहे हैं।