संत पापा फ्राँसिसन ने 3 मई शुक्रवार को वाटिकन प्रेरितिक आवास के संता मार्ता में स्विस
सुरक्षा बल के सेनाध्यक्ष दानिएल रूडोल्फ अनरिग और अन्य 35 जवानों तथा करीब 50 अतिथियों
के लिये यूखरिस्तीय बलिदान चढ़ाया। संत पापा ने कहा कि उदासीन विश्वास, गहन विश्वास
के विपरीत है जिसके परिणाम स्वरूप व्यक्ति नगण्य चीज़ों - जैसे ईर्ष्या, डाह, पेशेवरवाद
और स्वार्थ की मानसिकता में फँस जाता है। ऐसा होना कलीसिया के लिये हितकारी नहीं
है कलीसिया को चाहिये कि ऐसा विश्वास जो साहसी हो। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा,
"ऐसे ख्रीस्तीय जिनका विश्वास कमजोर या कुनकुना है, जिनमें साहस की कमी है वे कलीसिया
को बहुत चोट पहुँचाते हैं क्योंकि वे प्रार्थना नहीं कर सकते हैं न ही उनमें सुसमाचार
प्रचार करने का साहस होता है।" मालूम हो संत पापा के साथ सहअनुष्ठाता रूप में सामाजिक
सम्प्रेषण के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष कलौदियो मरियो चेल्ली
तथा कुछ अन्य पुरोहितों ने भी हिस्सा लिया। ज्ञात हो कि मिस्सा में भाग लेनेवाले
35 नये स्विस सुरक्षा बल के जवान 6 मई को वाटिकन की सेवा का शपथ ग्रहण करेंगे। संत
पापा फ्राँसिस ने उन्हें शुभकामनायें दी और कहा कि उनकी ज़िम्मेदारी कलीसिया के लिये
निष्ठापूर्ण सेवा और पोप के प्रति प्रेम का साक्ष्य है।