न्यूयॉर्क, वृहस्पतिवार, 25 अप्रैल, 2013 (यूएनओ) संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान
कीमून और अरब लीग राष्ट्रों के महासचिव नाबिल एलारबी ने 23 अप्रैल को मुलाक़ात की और
कहा कि सीरिया के दोनों पार्टी समझौते के लिये एक राजनीतिक प्रक्रिया आरंभ करे ताकि हिंसा
का अन्त हो राष्ट्र को बचाया जा सके।
संयुक्त राष्ट्र संघ मुख्यालय न्यूयॉर्क
में सम्पन्न उच्च स्तरीय बैठक में बान कीमून ने कहा कि सुरक्षा परिषद श्री ब्राहिमी के
प्रयासों के साथ राजनीतिक समाधान को एकसाथ जोड़े और समस्या का अंत करे।
उधर ब्राहिमी
ने बतलाया कि सीरिया की समस्या अति गंभीर हो गयी है और उनकी अपील है कि संयुक्त राष्ट्र
संघ कोई ठोस कदम उठाये।
एक रिपोर्ट के अनुसार सीरिया संकट के कारण 4.25 मिलियन
लोग विस्थापित हो चुके हैं 1.3 मिलियन अभी भी आश्रय की तलाश में हैं और जब से विपक्षी
दल ने राष्ट्रपति बशर अल अस्साद का तख्ता पलटने का प्रयास किया है करीब 70 हज़ार लोगों
की मौत हो चुकी है।
बान कीमून ने इस्राएल और फिलीस्तीन सरकारों से अपील की है
कि वे झगड़े की सभी मुख्य मुद्दों का कोई निश्चित समाधान खोजें।
उन्होंने कहा
कि इस्राएल में फिलीस्तीनी कैदियों की स्थिति के बारे में अपनी चिन्ता व्यक्त करते हुए
उन्होंने कहा कि जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गये हैं उनपर अंतरराष्ट्रीय मुकदमा चले या
तुरन्त रिहा कर दिया जाये।
विदित हो संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में अरब
राष्ट्र के प्रतिनिधियों की सभा का आयोजन किया गया था ताकि वे प्रस्ताव धारा 1540 को
लागू करने के बारे में विचार करें। यह प्रस्ताव विशेष रूप से रासायनिक, जैविक, रोडियोलॉडिकल
और परमाणु हथियारों और उनकी डिलीवर के साधनों के प्रसार के खिलाफ़ उचित कानूनी और विनियामक
उपायों को विकसित करने और लागू करने के लिये सभी सदस्य राष्ट्रों पर दायित्व स्थापित
करता है।