पुरोहित अपना दायित्व अनवरत आनन्द और प्रेम से निभाये
वाटिकन सिटी, सोमवार, 22 अप्रैल, 2013 (सीएनए) संत पापा फ्राँसिस ने 21 अप्रैल रविवार
को संत पेत्रुस महागिरजाघर में 10 डीकनों का पुरोहिताभिषेक किया।
काथलिक कलीसिया
में बुलाहट रविवार रूप में मनाये जानेवाले पास्का के चौथे रविवार के अवसर पर आयोजित ख्रीस्तयाग
में प्रवचन देते हुए संत पापा ने कहा, "पुरोहित अपना दायित्व ‘अनवरत आनन्द और सच्चे
प्रेम’ से निभाये।"
उन्होंने कहा, "पुरोहित अपनी लिये नहीं प्रभु येसु ख्रीस्त
के लिये कार्य करे। वे मेषपाल बनें कार्यकर्त्ता नहीं, मध्यस्थ बनें बिचौलिया या दलाल
नहीं।"
विदित हो कि रविवार 21 अप्रैल, 2013 संत पापा पौल षष्टम द्वारा स्थापित
बुलाहट के लिये विश्व प्रार्थना दिवस का 50वाँ वर्षगाँठ था।
नवअभिषिक्त पुरोहित
‘रोम मेज़र सेमिनरी, ’डायोसिजन कॉलेज रेडेम्पतोरिस मातेर’ और ‘सेमिनरी ऑफ़ द ओबलेट्स
ऑफ़ डिवाइन लव’ के डीकन थे।
संत पापा फ्राँसिस ने अपने प्रवचन में अपने व्यक्तिगत
अनुभवों को पोंतिफिकेल रोमानो के इतालवी संस्करण की बातों के साथ जोड़ते हुए प्रस्तुत
किया।
पुरोहिताभिषेक समारोह में रोम धर्मप्रांत के विकर जेनरल कार्डिनल अगोस्तिनो,
वल्लिनी, धर्माध्यक्ष फिल्लिपो इयानोन्ने, कई अन्य धर्माध्यक्ष और विभिन्न सेमिनरी रेक्टरों
ने हिस्सा लिया।