वाटिकन सिटीः अमरीकी धर्मबहनों के सम्मेलन में सुधारों हेतु वाटिकन के आह्वान की सन्त
पापा ने की पुनरावृत्ति
वाटिकन सिटी, 16 अप्रैल सन् 2013 (सेदोक): अमरीका की काथलिक धर्मबहनों के सम्मेलन में
सुधारों हेतु वाटिकन द्वारा किये गये आह्वान की सन्त पापा फ्राँसिस ने पुनरावृत्ति की।
सोमवार को, विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष
गेरहार्ड लूडविग मुलर ने अमरीकी महिला धर्मसंघियों के सम्मेलन की अध्यक्षा सि. फ्लोरेन्स
डीकन के साथ मुलाकात के बाद एक वकतव्य जारी कर यह प्रकाशना की। अमरीका की लगभग 57,000
धर्मबहनें अमरीकी महिला धर्मसंघियों के सम्मेलन की सदस्याएँ हैं। सन्त पापा फ्राँसिस
के पूर्वाधिकारी सेवानिवृत्त सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने आदेश दिया था कि अमरीका की
धर्मबहनों के सम्मेलन को अपने तौर तरीकों में बदलाव लाना होगा। लम्बी जाँच पड़ताल के
बाद विगत वर्ष वाटिकन की एक रिपोर्ट ने कहा था कि उक्त सम्मेलन में गम्भीर धर्मसैद्धान्तिक
समस्याएं विद्यमान थी। काथलिक कलीसिया की शिक्षा से मेल न खानेवाले समलिंगकाम एवं संतति
निग्रह जैसे विषयों पर सम्मेलन की सहानुभूति के लिये भी इसकी कटु आलोचना की गई थी। सोमवार
को विश्वास एवं धर्मसिद्धान्त सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद द्वारा जारी वकतव्य में सुधारों
की आवश्यकता पर बल दिया गया। बताया गया कि महाधर्माध्यक्ष मुलर ने सन्त पापा फ्रांसिस
से अमरीकी महिला धर्मसंघीय सम्मेलन के मुद्दे पर लम्बी बातचीत की जिन्होंने विगत वर्ष
वाटिकन द्वारा जारी आह्वान की पुष्टि कर कहा है कि सुधारों को जारी रखा जाना अनिवार्य
है। परमधर्मपीठीय परिषद के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष मुलर ने अमरीकी धर्मबहनों
द्वारा सम्पादित सामाजिक पहलों, विशेष रूप से, शिक्षा, चिकित्सा एवं जनकल्याण के क्षेत्र
में उनके द्वारा किये जा रहे अनुपम कार्यों की सराहना की। तथापि, इस बात पर बल दिया कि
धर्मसंघियों का मिशन येसु ख्रीस्त में विश्वास एवं कलीसिया की शिक्षाओं पर आधारित कलीसियाई
एकता को प्रोत्साहन देना है।