मिश्र की ख्रीस्तीय जनता ने ऑर्थोडोक्स गिरजाघर में हमले के बाद शांति बनाये रखने की
मांग की
कैरो, मिश्र, वृहस्पतिवार 11 अप्रैल 2013(सीएनए): मिश्र के कैरो स्थित संत मारकुस कॉप्टिक
ऑर्थोडोक्स महागिरजा में आक्रमणकारी ख्रीस्तीय विरोधी तत्वों के हमले के बाद धर्मगुरुओं
ने शांति बनाये की माँग की।
विदित हो कि विगत शुक्रवार 5 अप्रैल को कैरो के खुसुस
शहर में किसी बात को लेकर विवाद हो गया जो बाद में मुटभेड़ का रुप लेकर चार ख्रीस्तीयों
सहित एक मुस्लमान की जान ले ली। उनका दफन रविवार 7 अप्रैल को कर दिया गया।
कॉप्टिक
ऑर्थोडोक्स कलीसिया के धर्मगुरु पोप तावाद्रोस द्वितीय ने दफन क्रिया के बाद कहा "मिश्र
की सुरक्षा एवं राष्ट्रीय एकता को बनाये रखने के लिए, मिश्र में शांति बनाये रखे जाने
की आवश्यकता है।"
फिदेस न्यूज़ एजेन्सी के अनुसार मिश्र के सर्व कलीसियाई समिति
ने इस हमले का विरोध कर सरकार से तत्काल करवाई की मांग की है।
मिश्र के राष्ट्रपति
मोहम्मद मोरसी ने टेलीफोन द्वारा समाचार प्रेषित कर धर्माध्यक्ष तावाद्रोस से कहा कि
वे हिंसा को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं उन्होंने ये भी कहा, चर्चों के विरुद्ध किसी
प्रकार के हमले को वे खुद पर हमला मानते हैं। ज्ञात हो कि इस प्रकार के जानलेवा
हमले के कारण रविवार 7 अप्रैल को मृत व्यक्तियों के दफन के पश्चात ख्रीस्तीयों ने गिरजाघर
से निकलकर मुस्लमानों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए उनके साथ राष्ट्रपति मोहम्म्द
मोरसी के विरोध में नारेबाजी किया। उन्होंने मिलकर राष्ट्रपति और उनके सहयोगियों के पद
त्याग की माँग की। मिश्र के कॉप्टिक ऑर्थोडोक्स ख्रीस्तीयों का मानना है कि उनके पूर्वज
मुस्लिम थे। मिश्र में ख्रीस्तीयों की जनसंख्या लगभग 10 प्रतिशत है।