वाटिकन सिटीः संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव सन्त पापा फ्राँसिस से मिले, सिरिया और
कोरिया पर हुई बातचीत
वाटिकन सिटी, 10 अप्रैल सन् 2013 (सेदोक): संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान की मून
ने, मंगलवार को वाटिकन में, सन्त पापा फ्राँसिस के साथ औपचारिक मुलाकात की। मुलाकात
के उपरान्त जारी वाटिकन की विज्ञप्ति में बताया गया कि बान की मून तथा सन्त पापा फ्रांसिस
की मुलाकात मैत्री पूर्ण एवं सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई जिसके दौरान विश्व
के विभिन्न क्षेत्रों में व्याप्त लोकोपकारी एवं मानवाधिकार सम्बन्धी प्रश्नों पर विचार
किया गया। मुलाकात का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए विज्ञप्ति में कहा गया कि काथलिक
कलीसिया के परमाध्यक्ष तथा संयुक्त राष्ट्र संघीय महासचिवों के बीच, विगत वर्षों में
आयोजित मुलाकातों में, विश्व शांति निर्माण में, परमधर्मपीठीय पर्यवेक्षक की भूमिका और
योगदान की विशेष सराहना की जाती रही है। इसके अतिरिक्त, मानवजाति के हित में काथलिक कलीसिया
के कल्याणकारी कार्यों तथा मानवाधिकारों की रक्षा हेतु आरम्भ पहलों को प्रकाश में लाया
गया है। मंगलवार को प्रकाशित वाटिकन की विज्ञप्ति में यह भी बताया गया कि सन्त पापा
फ्राँसिस के साथ महासचिव बान की मून की 20 मिनटों तक चली मैत्री पूर्ण बातचीत में संघर्षरत
क्षेत्रों, विशेष रूप सिरिया तथा कोरियाई प्रायद्वीप की स्थिति पर चिन्ता व्यक्त की गई।
अफ्रीका के उन क्षेत्रों पर भी बातचीत की गई जहाँ शांति और स्थायित्व पर ख़तरा बना हुआ
है। मानव तस्करी और, विशेष रूप से, महिलाओं, शरणार्थियों एवं आप्रवासियों के अवैध व्यापार
की समस्या पर भी चर्चा हुई। विज्ञप्ति के अनुसार हाल ही में अपना दूसरा कार्यकाल
आरम्भ करनेवाले संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव ने अपने लक्ष्यों से सन्त पापा फ्राँसिस
को अवगत कराया जिनमें प्रमुख हैं: संघर्ष निवारण, अन्तरराष्ट्रीय एकात्मता तथा समान एवं
धारणीय आर्थिक विकास। विज्ञप्ति में कहा गया कि सन्त पापा फ्राँसिस ने अपनी ओर से,
मानव उत्थान, मानव प्रतिष्ठा एवं मानवाधिकार के सम्मान की दिशा में काथलिक कलीसिया के
योगदान एवं समर्पण की पुनरावृत्ति की।