मुम्बईः कार्डिनल ग्रेशियस ने अकाल समस्या का समाधान ढूँढ़े जाने का किया आह्वान
मुम्बई, 02 अफ्रैल सन् 2013 (ऊका समाचर): मुम्बई के काथलिक धर्माधिपति, कार्डिनल ऑसवल्ड
ग्रेशियस ने महाराष्ट्र में व्याप्त सूखे की समस्या का समाधान ढूँढ़े जाने का आह्वान
किया। 31 मार्च को मनाये गये ईस्टर महापर्व के उपलक्ष्य में प्रकाशित सन्देश में
कार्डिनल महोदय ने सूखा तथा मुम्बई के सार्वजनिक अस्पतालों में बढ़ती शिशु मृत्यु दर
की समस्या का समाधान पाने हेतु लोगों से सहयोग की मांग की। सन्देश में उन्होंने कहा,
"हमारा ध्यान सूखे के कारण उत्पन्न कृषकों के अभियान की सुरक्षा पर केन्द्रित होना चाहिये
जो अकाल एवं आत्महत्याओं का विकराल रूप ले सकता है।" उन्होंने कहा कि कृषकों की मदद
के लिये शीघ्रातिशीघ्र, जल संचयन तथा अन्य तकनीकी पहलें जैसे ठोस कदम उठाये जाने चाहिये।
ग़ौरतलब है कि इस समय महाराष्ट्र, सन् 1972 ई. के बाद से, सर्वाधिक गम्भीर सूखे का
सामना कर रहा है। कार्डिनल ग्रेशियस ने कहा, "एक अन्य क्षेत्र जिसपर तुरन्त ध्यान
दिया चाहिये वह है, नागर एवं प्रशासन अधिकारियों के उपेक्षा भाव के कारण, सार्वजनिक अस्पतालों
में नित्य बढ़ती शिशु मृत्यु दर।" कार्डिनल ग्रेशियस ने कहा, "प्रभु येसु ख्रीस्त
का निर्मल एवं स्वार्थरहित जीवन हमें, दृढ़तापूर्वक, प्रेम एवं सत्य के मार्ग पर चलने
की प्रेरणा प्रदान करे तथा सबके लिये शांति एवं सुख का वरदान उपलब्ध कराये।" पास्का
महापर्व के उपलक्ष्य में महाराष्ट्र के राज्यपाल के. शंकर नारायण ने ख्रीस्तीय समुदाय
के प्रति मंगलकामनाएं अर्पित कर उनका अभिवादन किया।