वाटिकन सिटी, सोमवार, 1 अप्रैल 2013 ( सीएनए)- संत पापा फ्राँसिस ने कहा “यदि आपने अभी
तक उन्हें अपने जीवन से दूर रखा है तो उनकी ओर आयें, वे आपको अपनी खुली बाहों से स्वीकार
कर लेंगे। यदि आप उदासीन हैं तो जोखिम उठाने से पीछे न हटें तथा कभी निराश न हों।”
पोप
फाँसिस ने उक्त बातें उस समय कहीं जब उन्होंने 30 मार्च शनिवार को पर संत पेत्रुस महागिरजाघर
में पोप रूप में अपना प्रथम पास्का रात्रि जागरण मिस्सा सम्पन्न किया।
संत पापा
फ्राँसिस ने अपने प्रवचन में कहा, "यदि ख्रीस्त का अनुसरण करना कठिन हो तो उससे न घबरायें,
उसपर भरोसा रखें तथा यह दृढ़ विश्वास रखें कि वह हमेशा आपके करीब है वे आप जिस शाँति
की खोज कर रहें हैं उसे वे प्रदान करेंगे। उसकी इच्छा पर चलने के लिए आप को बल प्रदान
करेंगे।"
उन्होंने पवित्र मिस्सा के दौरान सभी ख्रीस्त विश्वासियों का आह्वान
किया कि वे पुनर्जीवित ख्रीस्त को अपने जीवन में प्रवेश करने दें तथा एक विश्वासी मित्र
की तरह उनका स्वागत करें।
विदित हो इसी पवित्र मिस्सा के दौरान संत पापा फ्राँसिस
ने 4 लोगों को बपतिस्मा संस्कार भी दिया।
संत पापा फाँसिस संत पेत्रुस महागिरजाघर
में पास्का जागरण की धर्मविधि प्रथम बार सम्पन्न किये जाने वाले समारोह का आरंभ एक शोभायात्रा
द्वारा की गयी जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हाथ में दीप जलाकर हिस्सा लिया।