2013-03-26 12:25:01

संत पापा फ्राँसिस श्रीलंका में कार्यरत धर्मसमाजियों और लोक धर्मियों के समक्ष एक चुनौती


कोलोम्बो, मंगलवार, 26 मार्च 2013 (एशिया न्यूज़): श्रीलंका के काथलिक पत्रकार और लेखक बसिल फोंसेका ने कहा कि संत पापा फ्राँसिस श्रीलंका में कार्यरत धर्मसमाजियों और लोक धर्मियों के समक्ष एक चुनौती हैं।

खजूर रविवार पर संत पापा के प्रवचन के संदर्भ में उन्होंने कहा कि संत पापा फ्राँसिस गरीबों, उपेक्षित लोगों, अंधों, कैदियों और सामाजिक तथा आर्थिक बाधाओं से गुज़र रहे लोगों के प्रति संवेदनशील हैं। पत्रकार और लेखक बसिल फोंसेका ने कहा कि निश्चित रुप से संत पापा फ्राँसिस याजक वर्ग और लोक धर्मी विश्वासियों, दोनों के समक्ष यह चुनौती प्रस्तुत करते हैं कि वे अपने आचार व्यवहार द्वारा ज़रुरतमंदों को राहत दिलायें।
इस बीच कोलोम्बो स्थित सेंट मेरी स्कूल की छात्राओं ने कहा कि संत पापा फ्राँसिस की सादी जीवन शैली से वे अत्याधिक प्रभावित हैं जो एक साधारण, सबसे प्रेम करने वाले तथा किसी के साथ भेदभाव नहीं करने वाले व्यक्ति हैं।
श्रीलंका के पूर्व येसु समाजी प्रांताध्यक्ष फा. मेरी अन्तोनी का विश्वास है कि संत पापा फ्राँसिस कलीसिया का द्वार गरीबों के लिए खोलेंगे।








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